Bihar Politics: बिहार की धरती से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राजद अध्यक्ष लालू यादव और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी पर जमकर निशाना साधा था. गृहमंत्री ने कहा था कि एक का लक्ष्य बेटे को प्रधानमंत्री बनाना है, तो दूसरा अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहता है. शाह के इस बयान से राजद और कांग्रेस दोनों भड़क गई हैं. शाह पर पलटवार करते हुए राजद ने एजाज अहमद ने कहा कि महागठबंधन सरकार के रहते हुए शोषित वंचित पिछड़ा अतिपिछड़ा की बात हमने की. हमने जातीय गणना कराई. गरीबों को हक-अधिकार देने की बात कही. 94 लाख परिवार दो-दो लाख देने की योजना बनाई. राजद नेता ने अमित शाह से पूछा कि क्या बिहार के तर्ज पर केंद्र सरकार भी जातीय जनगणना कराने का कार्य करेगी. बिहार की तर्ज पर 75 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था करेगी. उन्होंने कहा कि इस संबंध में अमित शाह ने एक शब्द नहीं कहा. ये लोगों के बीच भ्रम फैलाते हैं. 


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राजद प्रवक्ता ने कहा कि जब हम आरक्षण व्यवस्था देने जा रहे थे और जब इस पर न्यायालय के द्वारा रोक लगाई गई थी, तो भारतीय नेता पार्टी के कार्यालयों में मिठाइयां बांटी गई थी. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता आनंद माधव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास कोई मुद्दा नहीं है. न यह किसान, रोजगार, छात्रों की बात करेगी. ये लोग ऐसी बातें करेंगे जिससे कि विपक्ष के नेताओं को धमकी लगे. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी पूरे देश में एक दलीय व्यवस्था लागू करना चाहती है. विपक्षी नेताओं को धमकी दे जा रही है. कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि सबसे बड़े माफिया, बलात्कारी और भगोड़े तो इनके साथ हैं. चुनाव में जनता इनको समझा देगी.


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वहीं जेडीयू ने अमित शाह के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि इंडी गठबंधन में जो पार्टियां हैं, वह परिवारवाद और वंशवाद की पोषक हैं. जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि उनकी प्राथमिकता में सिर्फ अपने परिवार के लोग शामिल हैं. उनके परिवारजनों को जितना लाभ मिल सके शामिल है, वही प्राथमिकता है. सोनिया गांधी अपने पुत्र को प्रधानमंत्री बनाने की चिंता है और लालू प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री बनाने की. किसी को जनता से मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि पिछड़ा, अतिपिछड़ा के विषय में अगर पूछा जाए तो सिर्फ उनके हितैषी होने का ढोंग किया जाता है, लेकिन वास्तविकता यही है कि जब भी मौका मिला तो पिछड़ा और अति पिछड़े समाज का राजनीतिक शोषण किया गया. 


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जेडीयू ने कहा कि गरीबों के कल्याण के विषय में सोचा ही नहीं. यही कारण है कि लोग समझते हैं इनकी प्राथमिकता सबसे पहले परिवार के लोगों को सेट करना है. नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री की प्राथमिकता में शामिल है कि कैसे आमजनों को बेहतर सुविधा दी जाए. जेडीयू नेता ने कहा कि जनता भी परिवारवाद की पार्टी का समर्थन नहीं करेगी. बता दें कि अमित शाह ने कहा था कि गरीब का अगर कोई भला कर सकता है तो केवल और केवल नरेन्द्र मोदी जी और भारतीय जनता पार्टी कर सकती है. लालू जी जिस कांग्रेस पार्टी की गोद में बैठे हैं, उसने हमेशा पिछड़ा-अति पिछड़ा का विरोध करने का काम किया. ऐसे लालू जी आप का कोई भला कर सकते हैं लालू जी गरीबों की जमीन हथियाने का काम कर सकते हैं.