मेरा परिवारवाद अच्छा और तुम्हारा परिवारवाद खराब, 13 सीटों पर NDA ने कुनबाई नेताओं को उतारा तो महागठबंधन भी कम नहीं
Bihar Politics: राजद ने बुधवार (03 अप्रैल) को अपने आधिकारिक अकाउंट से एक लिस्ट शेयर की है, जिसमें बिहार एनडीए के उन प्रत्याशियों के नाम हैं जो वंशवादी राजनीति का हिस्सा हैं.
Bihar Politics: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा परिवारवाद की राजनीति का विरोध करते हैं और अक्सर विपक्ष पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हैं. बिहार में राजद अध्यक्ष लालू यादव पर भी परिवारवाद को लेकर खूब हमले किए जाते हैं. लालू ने इसकी बिल्कुल भी चिंता नहीं करते हुए अब अपने परिवार के एक और शख्स को राजनीति में उतार दिया है. लालू ने अपनी एक और रोहिणी आचार्य को सारण लोकसभा सीट से टिकट देकर राजनीति में एंट्री करा दी है. उनके परिवार के पहले से 5 सदस्य राजनीति में सक्रिय थे. इसके कारण उनपर एनडीए नेताओं का हमला बढ़ गया था. जिसके बाद अब राजद ने भी पलटवार करते हुए एनडीए के वंशवादी नेताओं की एक लिस्ट जारी की है.
राजद ने बुधवार (03 अप्रैल) को अपने आधिकारिक अकाउंट से एक लिस्ट शेयर की है, जिसमें बिहार एनडीए के उन प्रत्याशियों के नाम हैं जो वंशवादी राजनीति का हिस्सा हैं. इस लिस्ट में वैसे नाम हैं जो किसी के बेटे हैं, कोई किसी का बहनोई है तो कोई किसी की पत्नी है. राजद इस लिस्ट को शेयर करते हुए लिखा- बिहार चुनाव में मोदी के परिवार, NDA यानी बीजेपी-जेडीयू-लोजपा का परिवारवाद सबसे अधिक... कार्यकर्ता परेशान!
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इस लिस्ट में पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद से लेकर लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान तक का नाम है. लिस्ट में समस्तीपुर से एनडीए कैंडिडेट शांभवी चौधरी का भी नाम है, क्योंकि उनके पिता अशोक चौधरी बिहार की नीतीश सरकार में मंत्री हैं. बता दें कि इससे पहले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने परिवारवाद को लेकर लालू यादव पर जमकर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि लालू यादव का परिचय है परिवारवाद, हम लोग चिंतित हैं कि लालू यादव दो बेटा और दो बेटी को तो उतार दिए लेकिन पांच बेटियां और बची हुई हैं. उनको कब उतारेंगे यह भी बताएं.
महागठबंधन में परिवारवाद के उदाहरण
राजद अध्यक्ष लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी विधान परिषद में तो छोटे बेटे तेजस्वी यादव विधानसभा में नेता-प्रतिपक्ष की कुर्सी संभाल रहे हैं. बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी विधायक हैं और महागठबंधन सरकार में मंत्री रह चुके हैं. लालू यादव ने इस बार अपनी दो बेटियों को चुनावी मैदान में उतारा है. मीसा भारती को पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से तो रोहिणी आचार्य को सारण से चुनावी मैदान में उतारा गया है. इसके अलावा राजद नेता मुकेश यादव की पत्नी अर्चना रविदास को जमुई से टिकट मिला है.