पटना:  Bihar Political News: 1 अप्रैल 2016 से बिहार में पूर्ण मद्यनिषेध का कानून लागू है. इसी बीच राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Rajya Sabha MP Sushil Kumar Modi) ने राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर शराब पीने का आरोप लगाया है. इसको लेकर उन्होंने राज्य सरकार से मांग उठाई है कि इसकी पूरी जांच होनी चाहिए. इसके अलावा उन्होंने कहा कि अगर वो दोषी पाए जाते है तो उनके खिलाफ जांच भी होनी चाहिए.


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सुशील मोदी ने लगाए ये गंभीर आरोप


राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में जब पूर्ण मद्यनिषेध का कानून लागू है, तब पिछली सरकार के समय उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव पर शराब पीने का आरोप एक गंभीर मामला है. राज्य सरकार को इसकी विस्तृत जांच करानी चाहिए. सुशील कुमार मोदी ने कहा कि तेजस्वी यादव के पद पर रहते उनकी ही पार्टी के विधान परिषद सदस्य रामबली सिंह ने यदि आरोप लगाये, तो उनके पास कुछ प्रमाण भी होंगे.


उठाई कार्रवाई करने की मांग


उन्होंने कहा कि किसी की विधान परिषद सदस्यता समाप्त या बहाल करना सभापति का विशेषाधिकार है, लेकिन शराबबंदी कानून तोड़ने के आरोप की जाँच तो सरकार करा ही सकती है. सुशील कुमार मोदी ने कहा कि शराब पीने, रखने या उसका व्यापार करने पर पूर्ण प्रतिबंध का कानून 2016 से लागू है. कानून तोड़ने पर जब सामान्य नागरिक को दंडित किया जाता है, तब तेजस्वी यादव के दोषी पाए जाने पर उनके विरुद्ध भी कार्रवाई हो सकती है.


तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरकार में शामिल होने के नाते तेजस्वी यादव पर शराबबंदी कानून लागू कराने की जिम्मेदारी थी, जबकि उन पर ही कानून तोड़ने के आरोप लगना कोई सामान्य बात नहीं है. वहीं, सुशील मोदी के ट्वीट पर RJD ने तुरंत पलटवार किया है और कानूनी कार्रवाई की धमकी दी है. पार्टी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बिहार में शराबबंदी का श्रेय तेजस्वी यादव को ही मिलना चाहिए.