पटना:Nitish Kumar: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कर्पूरी ठाकुर की जन्मजयंती समारोह को भुनाने की पुरजोर कोशिश की. उन्होंने इस मौके पर कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री और महान समाजवादी नेता स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर जी को देश का सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ दिया जाना हार्दिक प्रसन्नता का विषय है. वहीं कर्पूरी ठाकुर की याद में आयोजित कार्यक्रम में परिवारवाद को लेकर कुछ ऐसा बोला की बिहार में सियासी बवाल मच गया है. इशारों-इशारों में वो अपने सहयोगियों पर लगातार हमला बोलते रहे.


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सीएम नीतीश के बयान के बाद बिहार सरकार के मंत्री ललित यादव ने कहा सबसे पहले रामनाथ ठाकुर जी को राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव ने विधान परिषद भेजा और मंत्री बनाया बहुत सम्मानित किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उसी धारा के हैं और राज्यसभा रामनाथ ठाकुर जी को भेजें राष्ट्रीय जनता दल और नीतीश कुमार दोनों लोगों ने कर्पूरी विचार को आगे बढ़ाया है. कर्पूरी ठाकुर सादगी और उच्च विचार के नेता थे. नीतीश जी का इशारा लालू यादव पर नहीं है बल्कि बीजेपी के परिवारवाद पर है.


बता दें कि सीएम नीतीश ने कहा था कि  कर्पूरी जी चले गए तो हम रामनाथ जी को आगे बढाए है. लेकिन बहुत लोग तो अपने परिवार को ही बढाते रहते हैं. कर्पूरी जी ने कभी भी परिवार को आगे नही बढाया है और हम भी परिवार को में नही बढाए है. जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमारी पार्टी जेडीयू में ना परिवारवाद है न वंशवाद है , हमारे नेता ने कभी परिवार को आगे नहीं बढ़ाया है. जब तक कर्पूरी जी जिंदा थे तब तक उनके परिवार का कोई सदस्य राजनीति में सक्रिय नहीं थे. उनके जाने के बाद उनके पुत्र रामनाथ ठाकुर हमारी पार्टी से राज्यसभा के सांसद बने. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने बयान देते हुए कहा परिवारवाद के दो परिभाषा चल रहा है, एक परिवारवाद से अपने संघर्ष और कर्तव्य के बल पर जो राजनीति में आया है. परिवारवाद हम उसको मानते हैं जो अनुकंपा पर आता है.


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