Jharkhand News: लगभग 24 घंटे से अधिक का समय बीत चुका है और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अबतक किसी के सामने नहीं आए हैं. इस दौरान उन पर ईडी का शिकंजा भी कसता हुआ नजर आया. इसी बीच उन्होंने ईडी को मेल कर 31 जनवरी दोपहर 1 बजे मुख्यमंत्री आवास पूछताछ के लिए आने को कहा है. दूसरी, तरफ गठबंधन के विधायक, मंत्री और समर्थक सभी रांची में जुटे हुए हैं. सभी के मन में बस एक ही सवाल है कि आखिर कहां हैं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन? हालांकि, अभी तक सीएम सोरेन की जानकारी किसी के पास नहीं है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इधर, राज्य की राजधानी रांची में राजनीतिक हलचल तेज हो गई. इस बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सीएम के नहीं दिखाई देने को रणनीति का हिस्सा बताया है. जेएमएम ने कहा कि सीएम सोरेन ईडी के सवालों का जवाब देने के लिए तैयार हैं. उन्होंने ईडी को मेल भेजकर आग्रह अपने आवास पर पूछताछ के लिए किया गया है. 


भारतीय जनता पार्टी ने तंज करते हुए कहा कि राजनीतिक इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि राज्य का मुखिया ही गायब हो. बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने राज्यपाल से आग्रह किया कि वह मुख्यमंत्री को सबके सामने आने को कहें. मुख्य सचिव और डीजीपी को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया. हालांकि, बीजेपी ने मुख्यमंत्री को भगोड़ा, फरार और लापता घोषित कर दिया है.


यह भी पढ़ें:हेमंत पर ED की बड़ी कार्रवाई, BMW कार और कागजात जब्त, बीजेपी का आरोप CM 'फरार'


इस पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि मुख्यमंत्री का सबके सामने ना आना एक रणनीति का हिस्सा है. वे एजेंसी को सहयोग करने के लिए तैयार भी हुए हैं, लेकिन जिस प्रकार से ईडी का रवैया है जनता सब देख रही है.


यह भी पढ़ें: पानी पी पीकर PM मोदी को मां बहन की दे रहे गाली और कैसा लोकतंत्र चाहिए: गिरिराज सिंह


इस पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नजर में हर वह व्यक्ति भगोड़ा है, जो विकास करना चाहता है. कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि सवा तीन करोड़ जनता की चुनी हुई सरकार को जिस प्रकार स्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है उसे जनता देख रही है.