Muzaffarpur Lok Sabha Seat: लोकसभा चुनाव का बिगुल बजते ही लोगों को एक बार फिर से अपना सांसद चुनने का मौका मिलने वाला है. अब हर जगह लोग सिर्फ उम्मीदवारों पर ही चर्चा कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि वह काम करने वाले और वायदे पर खरा उतरने वाले प्रत्याशी को ही वोट देंगे. इस बीच जी न्यूज की टीम ने मुजफ्फरपुर लोकसभा क्षेत्र के औराई विधानसभा में वोटरों का नब्ज टटोलने की कोशिश की. इस दौरान लोगों ने जो कहा उससे पता चल गया कि बीजेपी ने आखिर अजय निषाद का टिकट क्यों काटा. जनता ने कैमरे पर साफ कहा कि इस क्षेत्र में कोई काम ही नहीं हुआ और विकास के नाम वोट लेकर ठगने का काम किया गया है. 


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जनता ने बताया कि इस क्षेत्र आज तक एक पुल तक नहीं बनवाया गया. इसकी वजह से जिला मुख्यालय जाने के 70 किलो मीटर का दूरी तय करना पड़ता. उन्होंने बताया कि वह मुजफ्फरपुर संसदीय क्षेत्र में रहते हैं और जाना पड़ता है सीतामढी सांसदीय क्षेत्र होकर. उन्होंने कहा कि अगर पुल बन जाता तो जिला मुख्यालय की दूरी मात्र 70 से घटकर मात्र 30 रह जाएगा, लेकिन आजादी के समय से ही इस समस्या को यहां की जानता झेलने पर विवश है. उन्होंने कहा कि अबतक कई सांसद बने, लेकिन किसी ने भी इस बात को संसद में उठाया. नेता चुनाव के समय सिर्फ वोट मांगने आते हैं. इसके अलावा यहां की जानता के लिए बाढ़ एक बड़ी समस्या है. 


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लोगों का कहना है कि नेपाल से आने वाली नदी बागमती और लखनदेई हर साल तबाही मचाती है, जो एक बड़ी समस्या है. बाढ़ से किसानों की खेती नष्ट हो जाती है. जिस कारण से लोगों के सामने यहां से पलायन करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता है. लोगों ने कहा कि यहां सड़कों का हाल भी बुरा है, जो चलने लायक नहीं है. लोगों ने कहा ने कहा वर्तमान सांसद अजय निषाद भी दो टर्म सांसद बनें और उनके पिता स्वर्गीय कैप्टन जयनारायण निषाद भी यहां से दो टर्म सांसद रहे,लेकिन जितने के बाद कभी यहां झांकने तक नहीं आए. सिर्फ चुनाव के समय ही दिखाई दिए.


इनपुट - मणितोष कुमार