मधुबनी: बिहार में पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक तरफ जहां राज्य के स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया था. वहीं शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने इस दौरान शिक्षकों को अनिवार्य रूप से स्कूल पहुंचने को निर्देश दिया है. जिसके बाद केके पाठक के इस आदेश को लेकर अब विरोध शुरू हो गया है. वहीं इस मामले में बीजेपी विधायक का एक अजीबोगरीब बयान सामने आया है. गोविंदगंज के विधायक ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को ही बंधक बना लेने का तुगलकी फरमान दिया है.


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दरअसल गर्मी को देखते हुए सूबे के सभी स्कूलों को 8 जून तक बंद कर दिया गया है पर शिक्षकों को स्कूल में जाने का निर्देश है. सुबह में स्कूल जाने से सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक सुनील मणि त्रिपाठी कुछ इस कदर नाराज हुए है कि वो ना सिर्फ शिक्षा महकमे के सुप्रीमो केके पाठक का आदेश अपने विधानसभा क्षेत्र में मानने से इंकार किया है बल्कि विधायक सुनील मणि त्रिपाठी ने साफ तौर पर जांच के नाम पर स्कूल पहुंचने वाले पदाधिकारी को स्कूल में जांच करने जाने से रोका है. साथ ही अगर कोई जांच अधिकारी स्कूल पहुंच जाता है और जांच के नाम पर परेशान करता है तो उसे बंधक बना लेने का तुगलकी फरमान जारी कर दिया है.


सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक के इस तुगलगी फरमान पर जिला शिक्षा पदाधिकारी संजीव कुमार ने अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. इधर कांग्रेस नेता मुमताज अहमद ने विधायक सुनील मणि त्रिपाठी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सत्ता के मद में चूर बीजेपी को केके पाठक जैसे ईमानदार और स्कूलों में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले अधिकारी की मेहनत नहीं दिखाई दे रही है. स्कूलों में शिक्षक को दोपहर से पहले तक ही रहना है ऐसे में विधायक का यह कहना कि जांच के लिए स्कूल पहुंचने वाले अधिकारियों को बंधक बना लिया जाए. इसपर शिक्षा विभाग के अधिकारी भी जरूर कड़ी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.


इनपुट- पंकज कुमार


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