पटना : जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में शहीद रतन कुमार ठाकुर का और संजय सिन्हा के पार्थिव शरीर पटना पहुंच चुका है. भारतीय वायुसेना के विमान से शव को सुबह 10 बजे पटना एयरपोर्ट लाया गया, जहां से हेलीकॉप्टर से शहीदों के पैत्रिक गांव तक शवों को पहुंचाया जाएगा. पटना एयरपोर्ट पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित कई मंत्रियों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शहीद के परिजनों को 11-11 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है. शहीद रतन के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भागलपुर पहुंच चुके हैं. उनके साथ बिहार सरकार में मंत्री रामनारायण मंडल भी हैं.


बुधवार को जैसे ही बेटे की मौत की खबर परिजनों को लगी तो पूरे इलाके में मातम पसर गया. शहीद रतन कुमार ठाकुर के पिता ने कहा, 'मैंने अपना एक बेटा खोया है. पाकिस्तान को इसका करारा जवाब मिलनी चाहिए. मैं इसके लिए अपने दूसरे बेटे को भी मां भारती की चरणों में अर्पित कर दूंगा.'


इससे पहले शहीद जवानों के को बिक्रम और नौबतपुर में श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इस दौरान शहीद जवान जिंदाबाद और अमर रहे के नेरे लगे. वहीं, इस दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खां के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई. साथ ही मसूद अजहर और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगा.


शहीद स्मारक पर कैंडल मार्च को विराम देते हुए युवाओं ने नुक्कड़ सभा आयोजित कर विरोध जताया. शहीद जवानों को नमन करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया. कैंडल मार्च में बिक्रमवासियों के साथ-साथ पालीगंज डीएसपी मनोज कुमार पांडेय और विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता और स्कूली बच्चों भी शामिल हुए.