पटना: बिहार में मध्यावधि चुनाव को लेकर सियासत फिर से परवान चढ़ने लगा है. इस मामले पर जाप अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा कि गवर्नर बीजेपी का और विधानसभा अध्यक्ष बीजेपी का है और दबाव में नीतीश कुमार हैं. क्योंकि एमएलसी अभी तक मनोनीत नहीं किए गए हैं और मंत्रिमंडल का पूरी तरह से विस्तार नहीं हुआ है. 


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वही, पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने यह भी कहा कि बीजेपी के मंत्री रामसूरत राय का बयान आया है कि घोटाले हुए हैं जो घोटाले का आरोप लगा है उस फाइल को नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने खुद ही रोका था. बीजेपी के ही मंत्री बयान दे रहे हैं. वह भी नित्यानन्द राय के समधी दे रहे हैं.


बीजेपी ने तय कर लिया है की बिहार को नित्यानंद चाहिए या आनंद चाहिए. नित्यानंद जी के समधी बयान दे रहे हैं कि घोटाले हुए हैं सारे बयान बीजेपी के ऊपर वाले नेताओं के कहने पर आ रहा है.


जाप अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार चाहते हैं कि कांग्रेस के विधायक नहीं टूटे और बीजेपी 14 जनवरी के बाद सभी विधायक को अपने पार्टी में लाने का दावा कर रही है. अंदरखाने में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. नीतीश कुमार वैचारिक रूप से कमजोर नहीं हैं कि बीजेपी उन्हें चित कर दे. 


नीतीश कुमार उच्चे दर्जे के खिलाड़ी हैं. उनको दांवपेच भी आता है. 


पप्पू यादव ने कहा कि बीजेपी के दो पहलवान बाहर से हैं. बिहार में नीतीश के सामने बीजेपी में कोई पहलवान नहीं है. मध्यावधि चुनाव तय है. चाहे वह 2021 में हो या 22 में हो या तो नीतीश कुमार की विदाई दी जाएगी आराम से चले जाएंगे.