झारखंड के इस गांव में 100 से अधिक मिट्टी के घर, लेकिन नहीं मिला प्रधानमंत्री आवास योजना का फायदा
लातेहार सदर प्रखंड के हेसलबार गांव मुख्य रूप आदिवासी बहुल्य क्षेत्र है. यहां के ग्रामीणों का मुख्य पेशा कृषि पर ही आधारित है. साथ ही इस गांव 100 घरों की घनी आबादी वाला है.
संजीव, लातेहार: एक तरफ सरकार गांव- गांव प्रधानमत्री आवास योजना देने के दावे करते नहीं थकती. वहीं, दूसरी तरफ अधिकारियों की लपरवाही के कारण आज लोग आवास योजना से वंचित हैं और अपना जीवन बचाने को लेकर मिट्टी घर में रह रहे हैं. ग्रामीण प्रधानमंत्री आवास को लेकर प्रखंड से लेकर जिला तक के चक्कर लगाते थक गए लेकिन अधिकारियों के कानो में जू तक नहीं रेंगी.
झारखंड के लातेहार सदर प्रखंड के हेसलबार गांव मुख्य रूप आदिवासी बहुल्य क्षेत्र है. यहां के ग्रामीणों का मुख्य पेशा कृषि पर ही आधारित है. साथ ही इस गांव 100 घरों की घनी आबादी वाला है. लेकिन अब तक इस गांव में न तो किसी अधिकारी और न ही जनप्रतिनिधियों का कदम पड़ा है. इस गांव लोगों को आज तक किसी को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल सका है.
इसको लेकर ग्रामीणों ने प्रखंड कार्यालय में कई बार इसकी शिकायत की लेकिन अधिकारी केवल अस्वासन के सिवा कुछ भी नहीं दिया. वहीं, ग्रामीण बताते है हमलोगो ने इसकी शिकायत मुखिया और अधिकारियों से भी की लेकिन केवल यह कहा गया की आपलोगों को जल्द ही प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिल जाएगा.
गौरतलब है यह क्षेत्र काफी पिछड़ा है साथ इस गांव लोग मज़बूरी के कारण अपना घर मिट्टी का बनाकर रहते हैं. सबसे ज्यादा परेशानी बरसात के दिनों में होती है जब घर में पानी टपकता है और रात जगकर बिताना पड़ता. साथ बरसात के दिनों यह डर जरूर रहता है कही सांप घर में घुस गया तो किसी को जान से भी हाथ धोना पड़ सकता है.
इस गांव कई बार ग्रामीणों की जान सांप के काटने से हुई है. वहीं, इस मसले पर लातेहार प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बताया इस गांव में अभी तक किसी को प्रधानमंत्री आवास योजना नहीं मिला है लेकिन ग्रामीणों को इस योजना का लाभ देने को लेकर सूचि बनाई गई है. जल्द ही ग्रामीण को प्रधानमत्री आवास योजना का लाभ मिल जायेगा.