पटना: बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है. उससे पहले राज्य में सियासी पारा चढ़ गया है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच इन दिनों आरोप- प्रत्यारोप का सिलसिला अपने चरम पर है. इस बीच, बिहार में बीजेपी ने एक नई रणनीति पर बहस छेड़ दी है. 


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बीजेपी इस बार माई (MY) यानी मुस्लिम-यादव समीकरण के तरह बाई (BY) भूमिहार-यादव समीकरण पर ध्यान दे रही है. इसको लेकर अब सियासत गर्मा गई है. इसको लेकर विपक्ष अब बीजेपी पर हमलावर है. इसी क्रम में विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी ने बीजेपी पर जमकर हमला किया. 


उन्होंने कहा कि बीजेपी सिर्फ दो वर्ग की बात कर रही है और कहने के लिए सबका साथ सबका विकास है. लेकिन हम ऐसा नहीं करेंगे. मुकेश साहनी ने कहा कि हम पूरे बिहार की बात करते हैं. महागठबंधन में की अपनी खूबसूरती है और इसमें 5 दल हैं, जिसमें सबका अपना वोट बैंक है. इसके बावजूद भी मैं इस पर विश्वास नहीं करता हूं. मैं सबकी बात करता हूं.


इस दौरान वीआईपी प्रमुख ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 15 साल के शासनकाल में नीतीश कुमार ने कुछ नहीं किया. जो स्तिथि 2005 में थी, वही अभी भी है. राज्य के 35 प्रतिशत युवा रोजगार के लिए बाहर हैं और बीजेपी के नेता चांद पर नौकरी तलाशने की बात कर रहे हैं.


उन्होंने कहा कि जनता सोचे की अभी नीतीश कुमार को और कितना समय देना है. 15 साल का समय कम नहीं है. मुकेश साहनी ने कहा कि अब नीतीश कुमार कमजोर हो गए हैं, वो अपना निर्णय खुद नहीं ले पाते हैं. वहीं, उन्होंने जेडीयू (JDU) की रैली फ्लॉप बताया और कहा कि जनता जान चुकी है की बिहार में अब परिवर्तन होगा.


इधर, आरएलएसपी (RLSP) के प्रधान महासचिव माधव आनंद ने कहा कि इस बार सिर्फ विकास का समीकरण होगा. लोग जाति, संप्रदाय और मजहब से ऊपर उठकर वोट देने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि जहां तक बाई समीकरण की बात है, मैं खुद ब्रह्मश्री समाज से आता हूं, लेकिन बीजेपी ने सिर्फ ब्रह्मश्री समाज को ठगने का काम किया है.


माधव आनंद ने कहा कि यादव और ब्रह्मश्री समाज इस बार मजबूती से महागठबंधन के साथ खड़ा है और ये वोट के रूप में भी देखने मिलेगा. दरअसल, बिहार सरकार में श्रम संसाधन मंत्री विजय सिन्हा ने बीआई समीकरण की बात कहा था, उन्होंने कहा था कि अब तक भले ही बीआई समीकरण नहीं हुआ है, लेकिन राजनीति में किसी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है.