मुजफ्फरपुर-पटना : बिहार में मुजफ्फरपुर जिले के सरैया थाना अंतर्गत अजितपुर गांव में एक अपहृत युवक का शव बरामद होने के बाद हुई आगजनी की घटना के मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। गौर हो कि रविवार को इस आगजनी में तीन लोगों की मौत हो गई थी।


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घटना के मद्देनजर मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अपनी यात्रा को बीच में छोड़ते हुए मुंबई से आज दोपहर पटना लौट रहे हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मुंबई से मांझी दिल्ली जाने वाले थे, लेकिन अब मुंबई से ही पटना लौट आएंगे। मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरके मिश्र ने बताया कि आगजनी की इस घटना के सिलसिले में कुल 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) गुप्तेश्वर पांडेय ने बताया कि बिहार सैन्य बल की पांच टुकड़ियों की तैनाती के साथ उक्त गांव में कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं।


पटना लौटने के बाद मांझी के मुजफ्फरपुर जाने की संभावना है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के आश्रितों को मुआवजे के तौर पर पांच-पांच लाख रुपये तथा घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये के मुआवजे तथा उनका इलाज सरकारी खर्च पर कराए जाने की घोषणा की है। उन्होंने आगजनी में जले घरों के निर्माण और मरम्मत कार्य सरकारी खर्च पर किए जाने तथा संपत्ति के नुकसान का आकलन कर उसकी क्षतिपूर्ति किए जाने की भी घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने गृह विभाग के सचिव सुधीर कुमार और अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) गुप्तेश्वर पांडेय को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा है। पांडेय कल रात से मुजफ्फरपुर में डेरा डाले हुए हैं। अपर पुलिस महानिदेशक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण है।


उल्लेखनीय है कि अजितपुर गांव से गत नौ जनवरी से लापता कमल सहनी के पुत्र भारतेंदु कुमार (19) का शव उसके अपहरण के मामले में आरोपी विक्की, पुत्र वसी अहमद के घर के पास कल बरामद हुआ था। इससे आक्रोशित लोगों ने वसी के घर सहित कुल नौ घरों में आग लगा दी थी जिसमें झुलसकर तीन लोगों की मौत हो गयी थी।