Muzaffarpur: बिहार के मुजफ्फरपुर के लीची के किसानों के लिए अच्छी खबर आई है. मुजफ्फरपुर लीची अनुसंधान केंद्र के निर्देशक डॉ एसडी पांडेय ने कहा कि अब अपनी आय में भी चार चांद लगा सकते हैं. अब लीची किसान कम लागत में मुर्गी पालन (Poultry Farm) कर अपनी आय को दुगनी कर सकते हैं. इसके लिए बस छोटी-छोटी कंस्ट्रक्शन करने की जरूरत पड़ेगी.


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साथ ही, इसका सबसे बड़ा फायदा है कि लीची में लगने वाले कीड़े-मकोड़े मुर्गे-मुर्गियों के लिए भोजन बन जाएगा. जिससे कीड़े मकोड़े में भी कमी आ जाएगी और कीड़े मकोड़े मारने के लिए दवा का छिड़काव कम करना पडे़गा. साथ ही, जो मुर्गे-मुर्गियों के बिट होते हैं उससे एक अच्छी खाद (Fertilizer) लीची (Lychee) की फसल को मिल जाएगी. .


वहीं, दूसरी ओर किसानों ने कहा कि यह प्रक्रिया बहुत ही अच्छी है और इससे आय बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी. लेकिन बड़े किसान को मुर्गी पालन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. उनके लिए मुर्गी पालन के लिए सेड बनाना और रख-रखाव करना बहुत बड़ी समस्या हो जाएगी. क्योंकि जहां भी लीची के बागवानी है वहां सुदूर ग्रामीण क्षेत्र पड़ता है. ऐसे में सुरक्षा बहुत बड़ी समस्या बन जाएगी.