Muzaffarpur: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के औराई से एक रूह को कंपा देने वाली है तस्वीर सामने आई है. यहां एक पुत्र ने अपने हाथों में हथकड़ी के साथ ही मां की अर्थी उठाया और अंतिम संस्कार किया. इस अंतिम यात्रा में शामिल लोगों की भीड़ ने नम आंखों से मां और बेटे का रिश्ता देखा. लेकिन महज 3 घंटे में ही पुनः वापस हथकड़ी के साथ युवक को जेल भेज दिया गया.


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जानकारी के अनुसार, औराई थाना कांड संख्या 1/21 व 97/20 के प्राथमिक अभियुक्त विस्था गांव निवासी अमित कुमार सहनी (19) को गुरुवार को मां का अंतिम संस्कार के लिए पुलिस की निगरानी मे पैरॉल पर लाया गया और फिर 3 घंटे बाद उसे जेल भेज दिया गया. इस बीच, ग्रामीण राकेस सहनी ने बताया गया कि गांव में आपसी जमीनी विवाद को लेकर दो गुटों मे मारपीट हुई थी, जिसमे दोनों पक्षों द्नारा थाने मे शिकायत की गई थी.


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घटना 1 जनवरी की बताई जा रही है. वहीं, आरोपी की मां का कई परेशानी व सदमा के बीच बुधवार को निधन हो गया. इसके बाद गुरुवार को कोर्ट के आदेश पर आरोपी बेटे को मां के अंतिम संस्कार के लिए लाया गया था. थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि युवक कई मारपीट मामले का आरोपी है. कोर्ट के आदेश पर उसे लाया गया था.



वहीं, परिजनों ने बताया कि पैरोल की विधि के लिए कई दरवाजे खटखटाने पड़े और जानकारी के अभाव में परेशानी उठानी पड़ी. अभियुक्त की मां का शव इस चक्कर में 24 घंटे तक पड़ा रहा, तब जाकर पैसा जमा हो सका और पैरोल स्वीकार हुआ. अंतिम संस्कार के बाद पुनः अभियुक्त को जेल ले जाया गया. लेकिन परिजनों ने बताया कि रीति-रिवाज को जेल में पूरा नहीं किया जा सकता. लेकिन किस्मत और लाचारी के आगे सब विवश हैं.


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