Ayodhya Ram Mandir: 30 जनवरी को मुजफ्फरपुर से सोने का मुकुट, चांदी का तीर-धनुष लेकर पैदल अयोध्या जायेंगे 496 भक्त
Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में उत्साह का माहौल है. वहीं राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर मुजफ्फरपुर के लोगों में भी उत्साह देखने को मिल रहा है. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर मुजफ्फरपुर के भक्त अलग-अलग ढंग से तैयारी कर रहे है.
मुजफ्फरपुरः Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में उत्साह का माहौल है. वहीं राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर मुजफ्फरपुर के लोगों में भी उत्साह देखने को मिल रहा है. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर मुजफ्फरपुर के भक्त अलग-अलग ढंग से तैयारी कर रहे है. मुजफ्फरपुर के राम भक्तों ने अयोध्या के राम मंदिर में प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 30 जनवरी को मुजफ्फरपुर से 496 भक्तों का जत्था अयोध्या के लिए पैदल रवाना होगा और यहां से भक्त प्रभु श्री राम के लिए सोने के मुकुट, चांदी के तीर-धनुष, अंगवस्त्र, चरण पादुका, माता सीती के लिए 16 श्रृंगार सामग्री और सभी पौराणिक स्थलों की मिट्टी भी लेकर जायेंगे. जिसे अयोध्या को समर्पित किया जाएगा.
'एक चुटकी सिंदूर दान करें, सीता का सम्मान करें'
इस यात्रा का आयोजन नील सेना द्वारा कर रही है. इसमें बिहार के कई जिलों के लोग शामिल होंगे. यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाओं की भी भागीदारी रहेगी. रास्ते भर महिलाएं 'एक चुटकी सिंदूर दान करें, सीता का सम्मान करें' का आह्वान कर सिंदूर जमा करेंगी और उस सिंदूर को अयोध्या में प्रसाद के तौर पर वहां आई महिलाओं को बांटा जाएगा.
भगवान राम के संपूर्ण जीवन को झांकी से दर्शायेंगे
नील सेना के अध्यक्ष राजेश राम रमैया और संरक्षक पूर्व मेयर सुरेश कुमार ने बताया कि भगवान राम के संपूर्ण जीवन को झांकी के रूप में दर्शाया जा रहा है. जिसे बनाने के लिए कारीगर लगे हुए हैं और अब यह तैयारी अंतिम चरणों में है. इम झांकियों के माध्यम से भगवान राम के जन्म से लेकर लंका विजय के बाद वापस अयोध्या लौटने तक के सफर को दिखाया गया है.
राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर दिखाएंगे हरी झंडी
इसके साथ ही नील सेना ने बताया कि भगवान राम का मंदिर 496 वर्षों के बाद बन रहा है इसलिए 496 श्रद्धालुओं को बिहार के राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. वहीं अयोध्या में इस जत्थे का स्वागत राम जन्मभूमि न्यास के सदस्य कामेश्वर चौपाल के द्वारा किया जाएगा. यात्रा की शुरुआत गरीबनाथ मंदिर से 30 जनवरी को शुरू की जाएगी, जो 13 फरवरी को अयोध्या पहुंचेंगे. गरीबनाथ मंदिर से निकलने के बाद इस यात्रा का रात्रि विश्राम मोतीपुर, साहेबगंज, मोतिहारी, गोपालगंज, गोपालगंज सिटी, हाटा. कुशीनगर, जनपद कुशीनगर, गोरखपुर, अरैया और बस्ती में होगा. विश्राम स्थल पर भंडारे का आयोजन होगा और यात्रा में साथ चलने वाले संत राम कथा का वाचन करेंगे.
मुजफ्फरपुर से मणितोष कुमार की रिपोर्ट
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