बगहा: बगहा के अनुमंडलीय अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट के समीप डंपिंग ग्राउंड बनाकर कचरा जलाने का कार्य किया जा रहा है. मिशन 60 के तहत सदर अस्पताल का दर्जा प्राप्त मेडिकल में कचरा जलाने से लोगों में कई प्रकार की बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है. अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों व उनके परिजनों में संक्रमण फैलने को लेकर चिंता बढ़ गई है. मरीज और परिजनों का कहना है कि हम लोग अस्पताल में इलाज कराने आए हैं, न कि यहां से बीमारी लेकर जाने आए हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अस्पताल में बढ़ रही मरीजों की संख्या
बता दें कि अस्पताल में आए दिन मरीजों की संख्या बढ़ रही है. इसके बावजूद भी अस्पताल प्रशासन की ओर से इतनी बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है. हालांकि अधिकारी आए दिन यहां जांच करने आ रहे हैं. बावजूद इसके कोई सुधार धरातल पर नजर नहीं आता है. जबकि मिशन 60 डे के तहत अस्पताल को अपडेट करने के लिए अधिकारियों द्वारा लगातार बोला जा रहा है. कुछ दिन पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव व जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने औचक निरीक्षण किया था. जिस दौरान उन्होंने कहा था कि 15 दिनों के अंदर मरीजों को अस्पताल में आधुनिक मशीनों के द्वारा सुविधा मिलेगी. अभी अल्ट्रासाउंड नहीं संचालित हो रहा है. ब्लड बैंक चार सालों से बंद है.


अस्पातल में कूड़े की समस्या से परेशान है मरीज
ब्लड को लेकर जीएमसीएच बेतिया या गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाता है. अधिक दूरी के कारण मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं. अस्पताल में अन्य मरीजों को भी रेफर से छुटकारा नहीं मिल रहा है. रोस्टर के अनुसार अब भी चिकित्सक काम नहीं करते हैं. 24 घंटा सप्ताह में एक दिन काम करते हैं, जबकि इस अस्पताल में बायोमीट्रिक मशीन भी लगा हुआ है. बता दें कि पंडित कमलनाथ तिवारी अनुमंडल अस्पताल को लगातार अपडेट किया जा रहा है, लेकिन यहां कूड़ा कचरा प्रबंधन की कोई व्यवस्था नहीं है उपर से खुलेआम कूड़ा कचरा जलाया जा रहा है, जबकि नगर पालिका परिषद का डंपिंग जोन यहां से कई किलोमीटर दूर है. परित्यक्त घोषित भवन में प्लास्टिक आदि को जलाकर अस्पताल में सफाई व्यवस्था अपडेट की जा रही है. इस मामले में प्रभारी डीएस डॉ. एसपी अग्रवाल कुछ भी बोलने से बच रहे है.


इनपुट- इमरान अजीज


ये भी पढ़िए- अगली राजनीतिक लड़ाई ‘नागपुर बनाम नालंदा’ होगी- तेजस्वी यादव