बेतिया : बेतिया में चार नाबालिग बच्चों की करास्तानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. बेतिया में चार नाबालिग बच्चों ने तीन सितंबर को एक कार चालक की भाड़ा मांगने पर हत्या कर दी. चारों आरोपी बच्चों ने ड्राइवर की हत्या के बाद गोपालगंज में कार मात्र एक लाख रुपये में भी बेच दी. पुलिस के अनुसार मृतक ड्राइवर की पहचान मुफ्फसील थाना अंतर्गत हरवाटिका के रहने वाले मुन्ना चौरसिया रूप में हुई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या है पूरा मामला
बता दें कि 30 अगस्त के दिन चार नबालिग बच्चे बेतिया सागर पोखरा के पास स्विफ्ट डिजायर कार भाड़ा पर लेते हैं. चार नाबालिग बच्चे कार से ठोड़ी जाते हैं और वहां से घूम फिर कर बेतिया देर शाम वापस आते हैं. डिजायर का चालक मुन्ना चौरसिया नाबालिक बच्चों से भाड़ा की मांग करता है. 27 सौ रुपया चालक भाड़ा मांगता है, लेकिन चारों शातिर पांच सौ रुपया चालक को देते है. बच्चे नबालिग चालक से कहते है कि हनुमत नगर फिल्ड में चलो वहां पिताजी टहल रहे हैं. उन्हीं से भाड़ा मांग कर देते है. फिर चारों बच्चे चालक को लेकर हनुमत नगर फिल्ड में ले जाते है और गमछा को चालक की गर्दन में लपेटकर हत्या कर देते है.


एक लाख रुपये में बेच दी कार
ड्राइवर की हत्या के बाद चारों शातिर नाबालिगों की नजर स्विफ्ट डिजायर पर जाती है. स्विफ्ट डिजायर मात्र 4 महीने की नई कार थी. चारों शातिर फिर एक बार ओर प्लान बनाते हैं कि डिजायर को भी बेच दिया जाए. यह  योजना बना चारों साथी डिजाइर लेकर रक्सौल के रास्ते नेपाल चले जाते हैं. वहां पर गाड़ी का कोई खरीददार नहीं मिलता है तो फिर वहां से यह गोपालगंज आते हैं. गोपालगंज में मात्र डिजायर कार एक लाख रुपये में बेच देते हैं.


सीसीटीवी फुटेज की मदद से नाबालिग की हुई गिरफ्तारी
बता दें कि 30 अगस्त को  मुन्ना चौरसिया की हत्या होती है. 31 अगस्त को घरवाले मुफस्सिल थाना में गुमशुदगी का आवेदन देते हैं वही स्विफ्ट डिजायर का मालिक फिरोज ने भी थाना में गाड़ी सहित चालक की गुमशुदगी का आवेदन देता है. 3 सितंबर को काली बाग ओपी अंतर्गत पानी टंकी के पास चालक का शव बरामद होता है. पुलिस मामले की जांच में जुट जाती है और पुलिस यह पता लगाने में तहकीकात करती है कि भाड़ा पर किन लोगों ने गाड़ी को बुक किया था. सागर पोखरा के पास सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मिलती है. पुलिस को मिली यह सुराग काफी कारगर साबित होता है. चार नाबालिगों ने गाड़ी को भाड़ा पर लिया था फिर पुलिस जांच करते-करते शातिर 4 बच्चों में से एक शातिर बच्चे को गिरफ्तार करती है. पूछताछ में बच्चों ने बताया कि मात्र 22 सौ रुपया भाड़ा नहीं होने की वजह से चालक की हत्या करने के बाद सभी ने गाड़ी बेचने का प्लान बनाया.


इनपुट- धनंजय द्विवेदी


ये भी पढ़िए- बीजेपी विधायक समरीलाल की सदस्यता पर संकट, निर्वाचन आयोग ने भेजा नोटिस