Bettiah: कोरोना काल में आम हो या खास हर कोई परेशान है. काम धंधा बंद होने की वजह से लोगों की परेशानी और बढ़ गई है. ऐसे में कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन ने भीख मांग कर गुजारा करने वाले लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. अपने जीवन को मुश्किल में देख इस समाज के लोगों ने प्रदर्शन कर सरकार से खाने-पीने की व्यवस्था करने की मांग की है.


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दरअसल, पश्चिम चंपारण जिला के बेतिया में योगापट्टी प्रखंड क्षेत्र के मठिया रसूलपुर में महादलित बस्ती में भीख मांगकर गुजारा करने वाले लोगों ने स्थानीय मुखिया,विधायक और सांसद के साथ साथ स्थानीय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया है.


बताया जा रहा है कि बासोपट्टी पंचायत के इस महादलित बस्ती में अधिकांश घरो के लोग भीख मांग कर अपना गुजारा करते हैं लेकिन लॉकडाउन के कारण एक तो इनका घर से निकलना मुश्किल है तो वहीं अगर ये लोग कहीं जाते भी हैं तो लोग भगा दे रहे हैं.


इसके अलावा, इन्हें पुलिस की लाठी का भी शिकार होना पड़ रहा है जिसके कारण इनके सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. हालांकि स्थानीय मुखिया ने कहा है कि पंचायत में किसी के सामने भी भुखमरी की स्थिति होती है तो उसकी जानकारी जिला प्रशासन को दे दिया जाएगा और स्थानीय स्तर पर उन्हें मदद भी दी जाएगी.


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वहीं, पीड़ित लोगों ने बताया कि घर में रखा सारा राशन इस्तेमाल कर लिया गया है. लेकिन, दोबारा लॉकडाउन लगने के बाद ये लोग घर से नहीं निकल पा रहे हैं, ऐसे में इनकी मानें तो दर्जनों परिवार पिछले तीन दिन से कुछ नही खाये पीए हैं. इससे भुखमरी जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है अब घर में रखा राशन भी ख़त्म हो गया है.


ऐसे में देखने वाली बात होगी कि स्थानीय मुखिया और बीडीओ समेत जन प्रतिनिधियों के स्तर से इन्हें कोई मदद मिलती भी है या नहीं. सामुदायिक किचन में भी इनके पेट भरने की कब तक कोई व्यवस्था मुहैया कराई जाती है महादलित परिवारों को इस बात का इंतजार है. 
(इनपुट- इमरान)