Bettiah News: बिहार का शिक्षा विभाग इन दिनों काफी चर्चा में बना हुआ है. इसी बीच बेतिया से शिक्षा व्यवस्था की बदहाली दिखाती हुई एक तस्वीर सामने आ रही है. जहां एक सरकारी स्कूल में शिक्षकों की संख्या चार है, तो वहीं छात्रों की संख्या मात्र आठ है. यह नौतन का लीलापट्टी राजकीय प्राथमिक विद्यालय है जो महादलित बस्ती में स्थित है. इसके बावजूद लोग अपने बच्चों को स्कूल पढ़ने के लिए नहीं भेज रहे हैं.  


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26 छात्रों का नामांकन
रिपोर्ट के अनुसार, यह विद्यालय कक्षा एक से पांच तक संचालित है. स्कूल में मात्र 26 छात्रों का नामांकन है. कक्षा एक में 5, कक्षा दो में 5, कक्षा तीन में 5, कक्षा चार में 4 और कक्षा पांच में मात्र 7 बच्चों का नामांकन है. जबकि, धरातल पर शिक्षा व्यवस्था के हालात कुछ और ही बयां कर रहे हैं.  20 दिसंबर 2023 दिन बुधवार को सुबह 10 बजे क्लास शुरू हो जाने के बाद, जब जी मीडिया की टीम स्कूल पहुंची, तो आलम कुछ और ही था. कक्षा चार में मात्र 3 छात्राएं आई थी, जिन्हें शिक्षिका प्रीति गुप्ता पढ़ा रही थी. वहीं, कक्षा एक से तीन तक के बच्चों को एक साथ शिक्षिका खुशबू यादव पढ़ा रही थी. तीनों क्लास के छात्रों को मिलाकर कुल 5 बच्चे थे. 


बच्चों को स्कूल भेजने को तैयार नहीं अभिभावक
स्कूल के प्रधानाध्यापक जयसिन्धु प्रसाद ने बताया कि स्कूल में कुल 26 बच्चों का नाम रजिस्टर है, जिसमें से रोजाना 15 से 20 बच्चे आते हैं. वहीं, शिक्षकों की संख्या 4 है. प्रधानाध्यापक ने आगे बताया कि स्कूल 10 बजे से शुरू हो जाता है, लेकिन बच्चे 11 बजे तक आते हैं. मैं रोजाना अभिभावकों से मिलने जाता हूं, ताकि वो बच्चों को स्कूल भेजें.


Reporter:- DHANANJAY DWIVEDI


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