बेतियाः Bettiah Government School: बिहार के बेतिया से बड़ी खबर है. जहां 49 सरकारी स्कूलों के प्रधानाध्यापक सहित सभी शिक्षकों की वेतन रोक दी गई है. यह कार्यवाही जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण ने की है. जिले के 49 स्कूलों में जांच के दौरान 50% से कम छात्रों की उपस्थिति मिली है. जिस पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बड़ी कार्यवाही की है. इतना ही नहीं इन स्कूलों में जब तक 75% छात्रों की उपस्थिति नहीं होगी. तब तक इन 49 स्कूलों के सैकड़ो शिक्षकों का वेतन बन्द रहेगा. यानी उन्हें वेतन नहीं मिलेगा. 


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जिला शिक्षा पदाधिकारी ने शिक्षा विभाग के पत्रांक संख्या 1710 के आलोक में कार्यवाही की है. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने अपने पत्र में लिखा है कि जांच के दौरान 49 विद्यालयों में 50% से कम छात्रों की उपस्थिति पाई गई. इससे यह जाहिर होता है कि इन स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं दी जा रही है. अभिभावकों और शिक्षकों के बीच बैठक नहीं की जा रही है. जिससे छात्र स्कूल नहीं आ रहें हैं. जब तक इन विद्यालयों में शत प्रतिशत छात्रों की उपस्थिति नहीं होगी, तब तक इन विद्यालयों के शिक्षक सहित प्रधानाध्यापकों की वेतन पर रोक रहेगी. जिला शिक्षा पदाधिकारी के इस आदेश से जिला के शिक्षकों में हड़कंप मच गया है. शिक्षक इस कार्यवाही को दबी जुबान तुगलकी फरमान बता रहें है. 


शिक्षकों का कहना है कि विद्यालयों की जिला में भरमार है. जहां इंफ्रास्ट्रक्चर की घोर कमी है. कई ऐसे विद्यालय है जहां विषयवार शिक्षक भी नहीं है. ऐसे विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति शत प्रतिशत नहीं हो सकती है. जिला शिक्षा पदाधिकारी के आदेश के बाद जिला के सभी विद्यालयों में हड़कंप मचा है. 


अब विद्यालयों में छात्रों की शत प्रतिशत उपस्थिति के लिए प्रधानाचार्य सहित शिक्षक और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी जिम्मेदार होंगे. छात्रों की उपस्थिति के लिए शिक्षकों को अभिभावकों के साथ संगोष्ठी करना होगा. स्कूल में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देनी होगी ताकि स्कूलों में शत प्रतिशत छात्रों की उपस्थिति दर्ज हो सके. ऐसा नहीं करने वाले स्कूलों के सभी शिक्षकों को अब वेतन नहीं मिलेगा.


इनपुट- धनंजय द्विवेदी


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