साहूपोखर महादेव मंदिर में मखाने से हुआ भोलेनाथ का शृंगार, संपदा-शांति का मांगा वरदान
साहूपोखर महादेव मंदिर में पहली सोमवारी पर भोलेनाथ का मखाना से महाश्रृंगार किया गया. इसके पूर्व वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ आचार्य पंडित अजय झा ने भोलेनाथ का षोडशोपचार पूजन किया गया.
मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर शहर के बीचों-बीच स्थित साहूपोखर महादेव मंदिर में पहली सोमवारी पर भोलेनाथ का मखाना से महाश्रृंगार किया गया. इसके पूर्व वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ आचार्य पंडित अजय झा ने भोलेनाथ का षोडशोपचार पूजन किया गया. इस दौरान दूध, दही, घी, मधु, शक्कर से स्नान कराकर रूद्राभिषेक कराया गया. उसके बाद महाश्रृंगार कर धूप-दीप से आरती की गई. पूजा समिति संयोजक प्रभात कुमार ने कहा कि भोलेनाथ जगत के पालनहार हैं. कितनी बड़ी समस्या क्यों न हो, जिसने भोलेनाथ को एक लोटा जल भी चढ़ा दिया उसके सारे संकट दूर हो जाते हैं. इन्होंने कहा कि जीआई टैग युक्त मखाना से बाबा का महाश्रृंगार किया गया ताकि अनाज-सम्पदा की कभी भी आमजनों और खासकर किसानों को परेशानी न हो.
रक्सौल में भी हुआ जलाभिषेक
सावन की पहली सोमवारी को भक्तों ने शिव मंदिर में जलाभिषेक किया. वहीं रक्सौल से सटे नेपाल के वीरगंज पिपरा के शिव मंदिर में पूजा अर्चना हुई. इस दौरान मंदिर को विकसित करने का संकल्प भी लिया गया. इस मंदिर को भक्त जन छोटे पशुपति नाथ के नाम से पुकारते हैं. जो लोग पशुपति नाथ नहीं जा पाते, वो यहीं आकर पूजा करते हैं. पहली सोमवारी को मंदिर आए वीरगंज महानगरपालिका के मेयर राजेशमान सिंह ने मंदिर के सौंदर्यीकरण के काम को जल्द से जल्द पूरा करने का वादा किया. समाजसेवी एवं नेपाल भारत सहयोग मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक बैद ने कहा कि मंदिर का काम पूरा होने पर विशेष पूजा का आयोजन किया जाएगा. इसके लिए उनकी ओर से व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने कहा कि लोक आस्था के मंदिर का विकास होने से वीरगंज में धार्मिक पर्यटन का विकास होगा. महानगरपालिका प्रमुख राजेशमान सिंह ने कहा कि इतने महत्वपूर्ण मंदिर का उपेक्षित अवस्था में रहना चिंता की बात है. हम इसके गौरव को वापस लाएंगे.
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