बेतिया: Bihar School: केके पाठक के बाद अब शिक्षा विभाग के अधिकारी ने भी नया फरमान जारी कर शिक्षकों की परेशानियों में बढ़ोतरी कर दी है. ताजा मामला पश्चिम चंपारण बेतिया से है. जहां शिक्षा विभाग के आदेश के बाद विपिन हाई स्कूल में रात के आठ बजे जिले के सभी प्रखंडो के शिक्षक पहुंचे हैं. दिन में पांच बजे तक बच्चों को पढ़ाने के बाद ये सभी रात 8 बजे हाजिरी लगाने आये है नहीं तो उनकी नौकरी पर तलवार लटक जायेगी. ये सभी उन विद्यालयों के शिक्षक है जिनके विद्यालयों में 75% से कम छात्रों की उपस्थिति हुई है. उनको प्रति दिन स्कूल में पढ़ाने के बाद जिला मुख्यालय में शाम 6 बजे प्रतिवेदन देने आना है.


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विभाग का आज से शुरू हुआ ये आदेश से अगले आदेश तक जारी रहेगा. जिला शिक्षा पदाधिकारी के तुगलकी फरमान में 586 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को शाम 6 बजे आना है और प्रतिदिन स्पष्टीकरण देना है और यह तब तक देना है जब तक विद्यालयों में उपस्थिति 75% नहीं हो जाती है. जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनी कांत प्रवीण के पत्र के अनुसार 1 नवंबर और 2 नवंबर को जिन स्कूलों में जांच की गई थी उन स्कूलों में 50% से कम छात्रों की उपस्थिति पाई गई थी. जिनमे हाईस्कूल-157,मध्य विद्यालय-204 और प्राइमरी स्कूल-225 है. टोटल 586 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक अब रात के दस बजे तक प्रतिदिन विपिन हाई स्कूल और जिला शिक्षा कार्यालय में हाजिरी लगाने आएंगे.


शिक्षकों से जब इसके बारे में पूछा गया तो डर और खौफ से नहीं बोलना चाहते थे. वहीं महिला शिक्षिकाओं ने बताया कि यह सरकार का तुगलकी फरमान है. हम बहुत दूर दूर से आये है यह स्पष्टीकरण प्रतिवेदन दिन में भी दिया जा सकता है. अब हम लोगों को प्रतिदिन शाम पांच बजे आना है और दस बजे जाना है. अधिकारी बार बार बाहर जाने को बोल रहें है. उन्होंने भी यही बताया कि स्कूल में जब तक 75 % छात्रों की उपस्थिति नहीं हो जाती तब तक इन सभी को आना है.


इनपुट- धनंजय द्विवेदी


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