मुजफ्फरपुर: एक ओर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री में जहां राज्य के स्वास्थ्य विभाग को हाईटेक करने की बात कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ अक्सर सरकारी अस्पताल में मरीज इलाज के बगैर मर जाता है और परिजन बवाल काटते रहते हैं. लेकिन इस बार बिहार के सबसे बड़े अस्पताल में से एक एसकेएमसीएच में डॉक्टर आराम से चैन की नींद सोते रह गए और मरीज इलाज के बिना दम तोड़ दिया. जिसके बाद परिजनों ने जमकर बवाल काटा तो डॉक्टर ने जूता से मार कर ठीक करने की बात कहा. इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद अस्पताल अधीक्षक ने संज्ञान लेते हुए मामले में टीम गठित कर जांच करने का आदेश दिया और कहा जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी.


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दरअसल मुजफ्फरपुर जिले के कटरा थाना क्षेत्र के बाराडीह में रहने वाले सुधीर कुमार की तबीयत खराब थी, तो परिजनों ने सुधीर को 13 जुलाई की शाम को मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में भर्ती कराया. जहां सुधीर कुमार का डॉक्टरों के द्वारा सभी तरह का जांच किया गया और जांच के बाद डॉक्टरों ने बताया कि सुधीर कुमार का ऑपरेशन करना पड़ेगा.जिसके बाद 14 जुलाई को तकरीबन शाम में सुधीर कुमार का डॉक्टर के द्वारा ऑपरेशन किया गया और ऑपरेशन के बाद सुधीर कुमार को आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया. वहीं आईसीयू में शिफ्ट किए जाने के बाद आईसीयू में कार्यरत कंपाउंडर के द्वारा सुधीर को पानी चढ़ाया गया,लेकिन सुधीर की हालत लगातार बिगड़ती चली गई. जिसकी सूचना परिजनों के द्वारा कई बार डॉक्टर को दी गई.


सुधीर का तबीयत लगातार बिगड़ रही थी बावजूद इसके कोई भी डॉक्टर सुधीर को देखने आईसीयू में नहीं पहुंचा और देर रात सुधीर की इलाज के दौरान मौत हो गई.वहीं सुधीर की मौत होने के बाद ही जब डॉक्टर सुधीर को देखने आईसीयू में नहीं पहुंचे तो परिजन डॉक्टर के कमरे में पहुंच गए. जहां डॉक्टर साहब मच्छरदानी लगाकर आराम की नींद सो रहे थे. वहीं जब डॉक्टर साहब की नींद खुली तो डॉक्टर साहब परिजन पर आग बबूला हो गए और कहा की किसके आदेश से आप इस कमरे तक पहुंचे हैं और इतना ही नहीं जब परिजनों ने कहा कि आपने सुधीर को क्यों नहीं देखा तो डॉक्टर साहब ने अपने बगल में रखें गए जूता उठाकर परिजनों को कहा जल्दी से यहां से भागो नहीं तो मार जूते से ठीक कर देंगे.


डॉक्टर की इस बात को सुनते ही परिजन आक्रोशित हो गए और जमकर हंगामा करने लगे. इसी बीच इस पूरे मामले का किसी ने वीडियो बना लिया.जिसके बाद पूरे मामले की लिखित शिकायत परिजनों ने एसकेएमसीएच के अधीक्षक कुमारी विभा से की है. पूरे मामले में पूछे जाने पर एसकेएमसीएच के अधीक्षक कुमारी विभा ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. परिजनों के द्वारा लिखित आवेदन दिया गया है. जिसके बाद एक टीम का गठन किया गया है जो टीम जांच कर रिपोर्ट देगी. उसके बाद अगर मामले में डॉक्टर दोषी पाए जाते हैं तो फिर उन पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी.


इनपुट - मणितोष कुमार


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