मुजफ्फरपुर:Bihar News: मुजफ्फरपुर जिले में एक निजी अस्पताल में डॉक्टर द्वारा इलाज में लापरवाही का मामला सामने आया है. पूरा मामला जिले के सकरा थाना क्षेत्र के रेलवे फाटक के पास की है. जहां बीते 10 अप्रैल को सकरा वाजिद के रहने वाले कैलाश महतो का पहले तो जबरन हर्निया का ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के बाद कैलाश महतो की हालत खराब होने लगी और उसके पेट और हाइड्रोसील में सूजन होने लगी. हालत जब ज्यादा बिगड़ने लगी तो मरीज के परिजन दो दिन बाद फिर से उनका अस्पताल में चेकअप करवाया. तब पता चला कि ऑपरेशन के दौरान मरीज का हाइड्रोसील भी काटकर हटा दिया गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


पीड़ित के परिजनों ने बताया कि अस्पताल के कर्मचारियों का कहना है कि बीमारी की असली वजह को ही हटा दिया गया है, जिसके बाद उसकी हालत और ज्यादा खराब होने लगी. वहीं परिजन जब उसे दूसरे अस्पताल लेकर जाना चाहे, तो अस्पताल वाले उसे नहीं जाने दे रहे थे. परिजनों ने बताया कि हमें इस बात का डर था कि इलाज के लिए पैसा नहीं देगा, इसलिए किसी के पास हम नहीं जा रहे थे. हमें अस्पताल के लोगों द्वारा डराया जा रहा था. वहीं, मरीज की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है. मरीज कैलाश महतो फिलहाल जिंदगी और मौत से जूझ रहा है. बता दें कि कैलाश महतो गोलगप्पा बेचकर अपना जीवन यापन करता था. उसकी दो बेटियां भी है, जिन की शादी करनी अभी बाकी है. डॉक्टर की लापरवाही से कैलाश महतो का पूरा परिवार बर्बादी के कगार पर आ खड़ा हो गया है.


वहीं मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन डॉ. उमेशचंद्र शर्मा ने इस पूरे मामले को लेकर कहा कि मामले की जांच करेंगे और जिले के फर्जी डॉक्टर और फर्जी नर्सिंग होम के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे. पीएचसी प्रभारी से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी गई है. बता दें कि मुजफ्फरपुर में पहले भी ऐसी घटना हो चुकी है. सकरा इलाके में झोलाछाप डॉक्टर ने बच्चेदानी के नाम पर किडनी निकाल ली थी. वहीं दूसरे मामले में लापरवाही की वजह से महिला की मूत्रनली काट दी गई थी.


ये भी पढ़ें- Bihar Fire: छपरा में भीषण अग्निकांड में 30 घर जलकर स्वाहा, भोजपुर में आरा टाउन थाने की आग में कागजात जले