कैमूर: सरकार एक तरफ जल जीवन हरियाली अभियान चला रही है, लोगों को पर्यावरण को देखते हुए हरे पेड़ों को लगाने की बातें कही जाती है. हरे पेड़ नहीं काटने का शपथ भी दिलाया जाता है लेकिन कैमूर जिले के महाराणा प्रताप कॉलेज से धड़ल्ले से दीनदहाड़े लकडीयों को चोरी छुपे काट कर टाल (लकड़ी चीरने वाली मसीन) में पहुंचा दिया जा रहा. जैसे ही कॉलेज से लकड़ी लोड कर ट्रैक्टर निकलने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पुलिस प्रशासन और वन विभाग हरकत में आया.


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इसके बाद विभाग ने कॉलेज पहुंचकर पूरे मामले का तहकीकात किया. साथ ही लकड़ी के टाल पहुंचकर कॉलेज के कई लकड़ियों को जब्त भी किया और सभी लकड़ियों का वीडियोग्राफी किया. जहां वन विभाग के प्रभारी रेंजर ने बताया पूरे मामले में अज्ञात 5-6लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. लकड़ी टाल मलिक की भूमिका को लेकर जांच किया जा रहा.


दरअसल कैमूर जिले के सोशल मीडिया पर महाराणा प्रताप कॉलेज से कटा लकड़ी ट्रैक्टर पर लोड कर निकलते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें वीडियो में बोला जा रहा है कि कॉलेज के प्रधानाचार्य ने बन रहे अपने नए मकान में लकड़ी का कार्य कराने को लेकर कॉलेज के लकड़ियों की चोरी कर टाल में चीरवाने के लिए ले जा रहे हैं. इसके बाद वीडियो वायरल होते ही पूरे जिले में हड़कंप मच गया .


मोहनिया थाना के एएसआई प्रभात कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि कॉलेज के प्रधानाचार्य द्वारा थाने को आवेदन मिला था की कॉलेज के लकड़ियों की कटाई का आरा मशीन पर चोरी छुपे ले जाया जा रहा है . जहां कॉलेज पहुंचकर देखा गया तो कई लकड़ियों को काटा गया है और कई लकड़ियों को आरा मशीन में पहुंचाया गया है. जिस मामले का जांच किया जा रहा है.


वन विभाग के मोहनिया रेंज के प्रभारी रेंजर ने जानकारी देते हुए बताया महाराणा प्रताप कॉलेज से लकड़ी काटने का मामला प्रकाश में आया है. जिसको लेकर जांच किया जा रहा. सात की संख्या में पेड़ को कॉलेज परिसर में काटा गया है, 25 लकड़ी का बोटा जब्त किया गया है. जो सभी शीशम का है, 5 से 6 अज्ञात के विरोध में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. टाल वाले की भूमिका को लेकर जांच किया जा रहा.