Bihar News: बगहा में प्रसव कराने के नाम पर मांगे रुपए, नहीं देने पर रेफर करने की धमकी
Bihar News: पश्चिम चंपारण जिला के बगहा में अनुमंडलीय अस्पताल बगहा में नॉर्मल और सुरक्षित प्रसव कराने के नाम पर अवैध उगाही करने का मामला सामने आया है. घटना शनिवार देर शाम की है. जब बगहा अनुमंडल अस्पताल में प्रसव कराने के लिए प्रसव पीड़िता व उसके परिजन पहुंचे हुए थे.
बगहा:Bihar News: पश्चिम चंपारण जिला के बगहा में अनुमंडलीय अस्पताल बगहा में नॉर्मल और सुरक्षित प्रसव कराने के नाम पर अवैध उगाही करने का मामला सामने आया है. घटना शनिवार देर शाम की है. जब बगहा अनुमंडल अस्पताल में प्रसव कराने के लिए प्रसव पीड़िता व उसके परिजन पहुंचे हुए थे. इसी दौरान साथ में आई आशा गुड़िया देवी 2 हजार रुपये की मांग करने लगी. मरीज के परिजनों ने जब 2 हजार रुपये देने से इंकार कर दिया तो मरीज को जबरदस्ती आशाकर्मी दूसरे अस्पताल में रेफर करने लगी. जिसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. हंगामा सुनकर ड्यूटी में तैनात चिकित्सक विजय कुमार ने बीच बचाव करते हुए मामले को शांत कराया. परिजनों ने आशा और उगाही में शामिल अन्य कर्मियों पर कार्रवाई की मांग किया है.
रेफर करने की धमकी
दरअसल भैरोगंज थाना क्षेत्र के भोलापुर खरहट निवासी उपेंद्र राम की पत्नी सविता देवी को सुरक्षित प्रसव कराने के लिए अहिरवलिया निवासी आशा गुडिया देवी के साथ परिजन अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे थे. जांच के बाद आशा ने बताया कि दो हजार रुपया देने पर सुरक्षित प्रसव कराया जाएगा, और पैसे नहीं देने पर दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया जाएगा. इस दौरान दर्द से कराह रही महिला के परिजन मोहन राम ने इतना सुनते ही हंगामा शुरू किया.
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दोषियों के खिलाफ कार्रवाई
इधर SDH के अधिकारी डॉ. विजय कुमार ने बताया कि अवैध राशि मांगने वाली आशा के साथ और कोई कर्मी अगर दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए डीएस और सीएस से शिकायत की जा रही है. हालांकि इन सब के कुछ ही देर बाद महिला को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई. बता दें कि सरकारी अस्पताल से इस तरह के उगाही के मामले हमेशा सामने आते रहते हैं. लेकिन परिजन सुरक्षित प्रसव को लेकर इसकी शिकायत डॉक्टर या वरीय पदाधिकारियों से नहीं करते. इधर शिकायत मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जांच में जुट गए हैं. अब देखने वाली बात होगी कि सरकारी अस्पतालों में इस तरह की उगाही पर रोक लगाने और दोषियों पर विभाग क्या कार्रवाई करता है.