मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर के कटरा प्रखंड के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है, जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. नेपाल से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण बागमती नदी उफान पर है और इसका पानी निचले इलाकों में तेजी से फैल रहा है. इससे लोग दहशत में हैं, क्योंकि बाढ़ के कारण जलावन की लकड़ी नहीं मिल रही है और मवेशियों के लिए चारा भी नहीं है.


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जानकारी के लिए बता दें कि बांध पर शरण लिए लोगों का कहना है कि बागमती नदी का पानी उनके गांव में तेजी से फैल रहा है, जिससे उनका जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. पिछले दो दिनों से नेपाल से छोड़े जा रहे पानी के कारण बिहार में कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है और कई जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है. खासकर मुजफ्फरपुर के औराई और कटरा के इलाके बाढ़ से प्रभावित हैं.


साथ ही कटरा का पीपा पुल भी बाढ़ की चपेट में आ गया है, जिससे लोग किसी तरह पुल पार कर रहे हैं. आसपास के गांवों में पानी घुसने से लोग बेहद डरे हुए हैं. बांध किनारे रहने वाले ग्रामीणों का कहना है कि वे मवेशियों और बच्चों के साथ कहां जाएं, यह समझ नहीं आ रहा है. हर साल की तरह इस बार भी उन्हें बाढ़ की विभीषिका का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन इस बार स्थिति और भी गंभीर लग रही है.


कटरा पीपा पुल के निकट बांध पर लगभग 200 परिवार रहते हैं, जो हर साल बाढ़ के खतरे का सामना करते हैं. इस बार पानी उनके घरों के पास तक पहुंच चुका है और कुछ ही घंटों में उनके घरों में पानी घुसने का खतरा है. कुछ लोग ऊंचे स्थानों पर जाने की तैयारी कर रहे हैं, जबकि अन्य वहीं रहकर बाढ़ से निपटने की कोशिश कर रहे हैं.


इनपुट - मणितोष कुमार


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