Muzaffarpur Boat Accident: मुजफ्फरपुर में हुए नाव हादसे में चार शव बरामद, अन्य की तलाश जारी, पीड़ितों से मिलने पहुंचे विजय सिन्हा
Muzaffarpur News: जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने बताया कि दुर्घटना के कुछ ही घंटों के भीतर 20 लोगों को बचा लिया गया था, जबकि अन्य लोग नदी में बह गए और उनमें से चार के शव शुक्रवार को बरामद किए गए.
Muzaffarpur Boat Accident News: मुजफ्फरपुर में बागमती नदी में नाव पलटने से कई लोग नदी में बह गए. इस हादसे में अब तक 4 शव बरामद किए गए हैं, जबकि अन्य लापता लोगों की तलाश अभी भी जारी है. रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन में NDRF और SDRF की टीमें जुटी हुई हैं. शुक्रवार (15 सितंबर) को रात में कुछ भी दिखाई नहीं देने के कारण सर्च ऑपरेशन रोक दिया गया था. शनिवार (16 सितंबर) की सुबह इसे फिर से शुरू कर दिया गया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चार मृतकों में दो बच्चे शामिल हैं. मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने बताया कि गुरुवार (15 सितंबर) सुबह बागमती नदी के मधुर पट्टी घाट के निकट एक नाव पलट गई थी और इसमें लगभग 30 लोग सवार थे.
जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने बताया कि दुर्घटना के कुछ ही घंटों के भीतर 20 लोगों को बचा लिया गया था, जबकि अन्य लोग नदी में बह गए और उनमें से चार के शव शुक्रवार को बरामद किए गए. उन्होंने बताया कि इनकी पहचान चार वर्षीय अजमल, 11 वर्षीय वसीम, 22 वर्षीय पिंटू साहनी और 40 वर्षीय शमशुल के रूप में हुई. घटना को लेकर वजह सामने आई थी कि तेज धार के कारण बागमती नदी में नाव डूब गई. वहीं नाविक ने कहा था कि मधुरपट्टी घाट के पास रस्सी टूट गई थी जिसके बाद नाव अनियंत्रित होकर डूब गई.
ये भी पढ़ें- Patna Crime: 400 रुपये की मांग को लेकर दो गुटों में गोलीबारी, तीन की मौत एक घायल
इस घटना पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से आपदा प्रबंधन विभाग को प्रत्येक मृतक के परिजनों को अनुग्रह राशि देने के निर्देश दिए गए हैं. उधर बीजेपी नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा मुजफ्फरपुर पहुंचे और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. पीड़ित परिवार के वालों ने भी विजय सिन्हा से पूल के निर्माण के लिए आग्रह किया. जिस पर बीजेपी नेता ने आश्वासन दिया कि वो सदन में पुल बनाने की मांग को उठाएंगे. इस दौरान विजय सिन्हा ने सीएम नीतीश कुमार पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार घटना के दिन शहर में मौजूद थे, लेकिन वो पीड़ित के आंसू पोछने नहीं आए. यह संवेदनहीनता की प्रकाशठा है, सरकार को जवाब देना होगा.