बगहा:  मधुबनी प्रखंड अंतर्गत रंगललही गदीयानी टोला के पास पीपी तटबंध के 16.2 से 16.5 कि.मी के समीप गंडक नदी के द्वारा हो रहे कटाव का निरीक्षण, डॉ0 अनुपमा सिंह(भा0प्र0से0) SDM बगहा द्वारा किया गया, आईएएस अधिकारी के औचक निरीक्षण के दौरान SDM बगहा ने मौक़े पर मौजूद गंडक विभाग के अभियंताओ से कहा की जहां पानी का दबाव ज्यादा है उस जगह पर हाथी पांव (कटाव रोधी कार्य, जिओ बैग) बनवाये. जहां पानी का कम दबाव है वहां जिओ बैग से एनसी करवाये. हर हाल में काम की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रहे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


पीपी तटबंध को वर्षा एवं बाढ़ के पानी से बचाने के लिए बोल्डर का भी प्रयोग किया जाए. कटावस्थल पर ग्रामीणों को नही जाने को बोला गया है जिससे कोई खतरा नही हो सके. कार्यस्थल पर SHO धनहा को एक सेक्शन पुलिस बल प्रतिनियुक्त रखने का आदेश दिया गया है ताकि कटाव रोधी कार्य और सुरक्षा दोनों सुनिश्चित हो सके. अंचल अधिकारी मधुबनी को निर्देशित किया गया कि गांव के सभी परिवार को सूचीबद्ध करके रखें ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनको रिलीफ फंड उपलब्ध कराया जा सके. SDM बगहा ने बताया कि पीपी तटबंध सुरक्षित रखने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है और पीपी तटबंध अभी सुरक्षित है. लिहाजा एसडीएम बगहा द्वारा एफसीडी 2 पडरौना अंतर्गत 16.5 किमी पीपीई पर स्थल निरीक्षण कर स्थिति नियंत्रण में होने का दावा किया गया.


बता दें कि सीमा पर इन दिनों गंडक दियारावर्ती ठकरहा व मधुबनी इन दोनों प्रखंडों के बहेलिया व रंगललही गदियानी में भीषण कटाव के बाद एंटी रोजन कार्यो में गुणवत्ता को लेकर जल संसाधन विभाग व प्रशासन आमने सामने आ गया है तो वहीं इलाके में राजनीति भी गरमा गई है एक ओर पूर्व मंत्री व बीजेपी नेता राजेश सिंह ने समय पर शिकायत के बावजूद इस ओर ध्यान नहीं दिए जाने को कटाव का कारण बताते हुए जांच व कार्रवाई की मांग किया है.


दूसरी ओर वाल्मिकीनगर के जेडीयू विधायक रिंकू सिंह ने खुद जेई द्वारा संवेदक बनकर घटिया निर्माण कार्य करवाने को लेकर नाराज़गी जताते हुए अविलंब गुणवत्तापूर्ण कार्य करने को लेकर अभियंताओं को नसीहत दी. किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय समन्वयक व पूर्व जिला पार्षद जुनैद खान के नेतृत्व में 11 सितंबर सोमवार को ठकरहा प्रखण्ड व अंचल कार्यालय का घेराव कर विशाल धरना प्रदर्शन आहूत किया गया है ताकि करोड़ों के लूट खसोट की जांच कर सरकार कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए पीड़ित किसानों को मुआवजा दे.


इनपुट- इमरान अजीजी


ये भी पढ़िए - Gamophobia: क्या है गैमोफोबिया, इससे पीड़ित लोगों को शादी करने से क्यों लगता है डर