Muzaffarpur:  बिहार के बाजार में अब जल्द ही अलग किस्म का लाल केला का स्वाद लोग चख सकेंगे. इस केले में अन्य केलों से ज्यादा औषधीय एवं पोषक तत्व हैं. राजेंद्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर में इस केले को लेकर अनुसंधान अंतिम चरण में है. राजेंद्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर के सह निदेशक अनुसंधान डॉ एस के सिंह ने बताया कि लाल केला दक्षिण भारत में बहुत ही लोकप्रिय है. जहां पीले केले 60-70 रुपये दर्जन बिकते हैं, वहीं लाल केला 100 रुपए से लेकर 150 रुपये दर्जन बिकता है.


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दक्षिण भारत में लोग इस केले के औषधीय एवं पोषक तत्वों से भलीभाति परिचित है. इसके विपरीत उत्तर भारत में अधिकांश लोग इस केले से अपरिचित हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए अखिल भारतीय फल अनुसंधान परियोजना के अंतर्गत, डॉ राजेंद्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्विद्यालय में अनुसंधान प्रारंभ किया गया है. अखिल भारतीय अनुसंधान परियोजना (फल) के प्रधान अन्वेषक सिंह ने कहा कि इसका प्रमुख उदेश्य है कि लाल केला को उत्तर भारत में भी लोकप्रिय बनाया जाए. इस सन्दर्भ में अनुसंधान कार्य प्रारंभ कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि शोध के निष्कर्ष से उत्तर भारत के किसानों को जल्द ही अवगत कराया जाएगा.


केले की हैं 1,000 से अधिक विभिन्न किस्में


उन्होंने बताया कि दुनिया भर में केले की लगभग 1,000 से अधिक विभिन्न किस्में हैं. लाल केले लाल त्वचा के साथ दक्षिण पूर्व एशिया के केले का एक उपसमूह हैं. वे नरम होते हैं और पके होने पर एक मीठा स्वाद होता है. कुछ लोगों की मान्यता हैं कि लाल केला का भी स्वाद एक नियमित केले की तरह होता है, लेकिन इसका स्वाद एवं मिठास कुछ कुछ रास्पबेरी जैसा होता है. ये अक्सर पका कर उपयोग में किए जाते हैं, लेकिन स्वादिष्ट व्यंजनों के साथ भी अच्छी तरह से मिलाया जा सकता है.


उन्होंने बताया कि लाल केले में कई आवश्यक पोषक तत्व होते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली, हृदय स्वास्थ्य और पाचन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं. पीले केले की तरह लाल केले भी आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि सभी केलों में खासकर लाल केला (रेड बनाना) में पोटेशियम भरपूर मात्रा में होता है जिसकी वजह से रक्तचाप को नियंत्रित करने में इसकी भूमिका को कई गुना बढ़ा देता है.


पोटेशियम हृदय स्वास्थ्य के लिए आवश्यक खनिज है. लाल केले पोटेशियम से भरपूर होते हैं. उन्होंने बताया कि अगर सबकुछ सामान्य रहा तो जल्द ही यह केला बिहार के बाजार में उपलब्ध होगा. इसके मूल्य अधिक रहने से किसानों को अधिक लाभ होगा.


(इनपुट: आईएएनएस)