कैमूरः कैमूर जिले में बारिश के दौरान बिजली गिरना. लोगों के लिए जानलेवा साबित हुआ. एक आंकड़े के मुताबिक ठनका ने दो दिनों में 8 जिंदगियों को झुलसा कर खाक कर दिया. इनमें दो सगी बहनें भी शामिल हैं, वहीं तकरीबन 6 लोग झुलस कर घायल हो गए हैं. आकाशीय बिजली से झुलसे लोगों को सदर अस्पताल भभुआ में प्राथमिक उपचार कराने के बाद हायर सेंटर वाराणसी रेफर कर दिया गया. घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया. वहीं समाजसेवी आर्थिक सहायता की मांग कर रहे हैं और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री सरकार की तरफ से मुआवजा दिलवाने की बात कह रहे हैं.


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रोपनी कर रही महिला पर गिरी बिजली
दरअसल सोमवार रात से शुरू हुई बारिश के बाद चमक और गरज के साथ गिरे आकाशीय बिजली ने दो दिनों में कुल 8 लोगों की जान ले ली. इसमें सोमवार को कैमूर जिले के विभिन्न प्रखंडों से 4 लोगों की मौतें हो गई. वहीं मंगलवार को भी दो सगी बहन सहित चार लोगों की जान चली गई. कुदरा थाना क्षेत्र के सलथुआ पंचायत के मोहनपुर में दो नाबालिग सगी बहनें खेतों में खाना देकर वापस आ रही थीं. तभी आकाशी बिजली गिरने से मौत हो गई. चांद प्रखंड के गोइ में रोपनी कर रही एक महिला की भी आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई. वहीं करकट गढ़ से पिकनिक मना कर आ रहे चैनपुर प्रखंड का एक युवक भी अकाशीय बिजली का शिकार हो गया. इस तरह पिछले दो दिनों में अकाशीय बिजली से 8 लोगों की जान चली गई.


ग्रामीण और समाजसेवियों ने अकाशीय बिजली से 8 लोगों की जान जाने के बाद सरकार से गरीब परिवार के लिए मुआवजा की मांग की है. वहीं बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान ने बताया यह आपदा है. आपदा में सरकार भी कुछ कर नहीं सकती, लेकिन सरकार ने ऐलान किया है कि सरकार के खजाना पर पहला हक आपदा पीड़ितों का है. अकाशीय बिजली से जिन 8 लोगों की मौत हुई है उनके परिवारों को आर्थिक सहायता राशि दी जाएगी. मैं परसों से क्षेत्र में आया हूं जहां आपदा के तहत दुर्घटना में मृत पांच परिवार के परिजनों को 25 लाख का चेक वितरण किया था. इनके परिजनों को भी सरकारी सहायता राशि दिलवाई जाएगी. 


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