Who is Dr. Rajeev Ranjan: भारत के अहमदाबाद में भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (PRL) के वैज्ञानिकों ने मंगल ग्रह पर तीन अज्ञात क्रेटर की खोज की है. इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन (IAU) ने इन गड्ढों का नाम पूर्व पीआरएल निदेशक और दो छोटे भारतीय शहरों के नाम पर रखने को मंजूरी दे दी है. इसमें बिहार के नालंदा के लाल का भी कमाल दिखाई दिया है. डा. भारती के अध्ययन को अंतरराष्ट्रीय खगोलीय संघ (IAU) ने भी मंजूरी दे दी. ग्रह विज्ञान की बड़ी खोज मानते हुए क्रेटर का नाम ही डा. राजीव रंजन भारती के पैतृक भूमि हिलसा पर रख दिया गया है.


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दरअसल, मंगल ग्रह पर बिहार के हिलसा शहर का नाम लिखा गया है. हिलसा बिहार के नालंदा जिले में आता है. अपनी पैतृक भूमि का नाम शायद ही कोई इस तरह क्षितिज पर लिख पाता होगा. ऐसा करने वाले नालंदा के हिलसा अनुमंडल के रेड़ी गांव निवासी डा. राजीव रंजन भारती ने किया है. डा. राजीव रंजन भारती भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग (PRL) की इकाई अहमदाबाद स्थित भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला में विज्ञानिक हैं.


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डा. राजीव रंजन भारती की शुरुआती शिक्षा पटना में हुई है. उन्होंने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना से मैट्रिक और मगध यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है. डा. राजीव रंजन भारती ने पटना यूनिवर्सिटी से पीजीडीसीए की है. इसके बाद एमडीयू, रोहतक से कंप्यूटर विज्ञान में एमएससी किया है. राजीव रंजन भारती 4 भाइयों में सबसे छोटे हैं. उनके पिता का नाम राम लखन प्रसाद है. राजीव रंजन भारती की पत्नी अंजुषा भारती भारतीय स्टेट बैंक में अधिकारी हैं.