Bihar Land Survey: नालंदा जिले अंचल में भू सर्वेक्षण का काम शुरू हो चुका है. रहुई प्रखंड से इसकी शुरुआत की गई है. ऐसे में जमीन मालिक अपना रसीद निकालने में लगे हैं, लेकिन रसीद में गड़बड़ियों की भरमार हैं. उसे ठीक कराने में रैयतों के पसीना छूट रहा है. सुधार के लिए कई ने परिमार्जन पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन भी दिया है. बावजूद इसके समय पर गड़बड़ियों को ठीक नहीं किया जा रहा है. 


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भूस्वामी कार्यालयों के चक्कर लगा रहे


एडीएम मंजीत कुमार ने कहा कि 40 फीसदी से अधिक रसीदों में अब भी रकबा, खाता और खसरा गलत दर्ज हैं. भू-सर्वेक्षण का काम शुरू होते ही इन गड़बड़ियों को ठीक कराने के लिए भूस्वामी कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं. सबसे ज्यादा परेशानी उन किसानों को हो रही है, जिनकी जमीन उनके पूर्वजों के नाम से है. 


भूमि सर्वेक्षण कार्यक्रम पंचायत स्तर पर किया जाएगा


कार्यक्रम में शामिल पदाधिकारी ने बताया कि भूमि संरक्षण से भू माफियाओं की छुट्टी हो जाएगी. वह माफियाओं के द्वारा अपनी दुकान को चलाने के लिए तरह-तरह के प्रोपेगेंडा लोगों के बीच फैलाने का काम कर रहे हैं. लेकिन प्रशासन भी इन सभी प्रोपेगेंडा को दूर करने के लिए जन संवाद कार्यक्रम के माध्यम से भू मालिकों को जागरुक कर रही है. आने वाले समय में यह भूमि सर्वेक्षण कार्यक्रम पंचायत स्तर पर किया जाएगा.


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भूमि सर्वेक्षण नहीं होने के कारण कई प्रकार की त्रुटियां आ रही


किसानों ने बताया कि भूमि सर्वेक्षण नहीं होने के कारण कई प्रकार की त्रुटियां आ रही थी, जिसके कारण भू माफियाओं की चांदी थी, लेकिन अब भूमि सर्वेक्षण से किसानों की जमीन सुरक्षित रहेगी और जमीन से जुड़े वारदात पर भी अंकुश लग जायेगा.


रिपोर्ट: ऋषिकेश


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