पटना/भुवनेश्वर : बिहार में इंसेफलाइटिस से मौतों के बाद ओडिशा सरकार ने मंगलवार को अधिकारियों को आदेश दिया कि बाजार में बिक रही लीची के नमूने लिए जाएं और जांच की जाए कि क्या उसमें मानव स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाला कोई विषाक्त पदार्थ है.


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नवीन पटनायक सरकार के स्वास्थ्य मंत्री नवकिशोर दास ने खाद्य सुरक्षा आयुक्तों को बाजार में बिक रही लीची की जांच करने के निर्देश दिए. कुछ ऐसी खबरें आई हैं कि बिहार में सौ से ज्यादा बच्चों की मौत खाली पेट लीची खाने से हुई है.


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बिहार के मुजफ्फरपुर सहित अन्य जिलों में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम और जापानी इंसेफलाइटिस से मौतों की संख्या बढ़कर 144 हो गई है.


सिर्फ मुजफ्फरपर में अब तक चमकी बुखार से 117 बच्चों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा वैशाली में 12, समस्तीपुर में 5, गया में 6, मोतिहारी और पटना में दो-दो बच्चों की मौत हुई है. चमकी बुखार का कहर ऐसा है कि चार दिनों में अस्पताल में फिर ठीक हो चुके बच्चे की अचानक मौत हो गई है. 


वहीं, आपको बता दें कि हालात का जायजा लेने के लिए खुद सीएम नीतीश कुमार मंगलवार को मुजफ्फरपुर स्थित एसकेएमसीएच अस्पताल पहुंचे लेकिन एसकेएमसीएच अस्पताल में लोगों ने नीतीश कुमार का जमकर विरोध किया.