Jharkhand News: बोकारो में बढ़े जॉन्डिस के मरीज, सिविल सर्जन ने लोगों को दी सावधान रहने की सलाह
Jharkhand News: झारखंड के बोकारो में बढ़ती गर्मी के साथ-साथ अब जॉन्डिस (पीलिया) के मरीज भी बढ़ने लगे है. हर दिन जिले में 8 से 10 मरीज बुखार पीड़ित के शिकायत के बाद जॉन्डिस के लक्षण वाले मरीज चिन्हित किए जा रहे हैं.
Jharkhand News: झारखंड के बोकारो में बढ़ती गर्मी के साथ-साथ अब जॉन्डिस (पीलिया) के मरीज भी बढ़ने लगे है. हर दिन जिले में 8 से 10 मरीज बुखार पीड़ित के शिकायत के बाद जॉन्डिस के लक्षण वाले मरीज चिन्हित किए जा रहे हैं. बोकारो सिविल सर्जन की माने तो बुखार और पेट दर्द की शिकायत लेकर मरीज सदर अस्पताल पहुंच रहे हैं. जहां जांच करने के बाद पता चल रहा है कि उन्हें जॉन्डिस है.
डॉक्टर की मानें तो जॉन्डिस का सबसे बड़ा कारण दूषित पानी पीने के अलावा बाहर के खानपान जहां गुपचुप और चाट है. जॉन्डिस के मरीज बोकारो सदर अस्पताल के अलावा प्राइवेट अस्पतालों का भी रुख कर रहे हैं. ऐसे में शहर में जॉन्डिस का इस तरह से बढ़ना चिंता का विषय है. सिविल सर्जन की माने तो इसके लिए बोकारो सदर अस्पताल में प्रॉपर व्यवस्था की गई है.
बोकारो के सेक्टर में खासकर जिस तरीके से जॉन्डिस की संख्या बड़ी है. उसे सेक्टर वासियों के माथे पर बल ला दिया है. पिछले दिनों सेक्टर 3 में जॉन्डिस के 10 मरीज चिन्हित किए गए थे. बोकारो सिविल सर्जन डॉ. दिनेश कुमार ने कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है. क्योंकि जॉन्डिस के बाद बड़ी संख्या में मरीज ठीक भी हो रहे है.
पाकुड़ में 25 जून तक चलेगा सघन टीबी रोग खोज अभियान
वहीं पाकुड़ डीडीसी शाहिद अख्तर ने जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. जिले में सघन टीबी खोज अभियान के अंतर्गत टीबी के मरीजों की शीघ्र पहचान कर जांच उपचार करने के लिए जागरूकता वाहन को डीडीसी शाहिद अख्तर हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. इस दौरान सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल, एसडीओ प्रवीण केरकेट्टा, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ एहतेशाम उद्दीन सहित अन्य उपस्थित थे.
पाकुड़ जिले में 14 जून से 25 जून तक जिले में सघन टीबी रोग खोज अभियान चलेगा. डीडीसी ने कहा कि जिले के सभी गांव, कस्बों, मोहल्ले में घर-घर जाकर टीबी लक्षण वाले संभावित मरीजों की पहचान कर उनका बलगम (खखार) का सैंपल लेंगे और इसे उस क्षेत्र के नजदीकी सरकारी टीबी जांच केंद्रों पर पहुंचाने का कार्य करेंगे.
जांच के पश्चात टीबी संक्रमित मरीजों को टीबी की मुफ्त दवा और क्षय योजना के लाभ से जोड़ने का कार्य करेंगे. ताकि टीबी मुक्त भारत जो टीबी उन्मूलन 2025 के लक्ष्यों की प्राप्ति में जिले द्वारा एक अहम सहयोग दिया जा सके.
इनपुट- बोकारो से मृत्युंजय मिश्रा और पाकुड़ से सोहन प्रमाणिक की रिपोर्ट
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