Hussainabad Assembly Seat: हुसैनाबाद में BJP-JMM नहीं, इस दल का रहता है बोलबाला, BSP भी देती है कड़ी टक्कर
Hussainabad Assembly Seat: हुसैनाबाद सीट पर शरद पवार की पार्टी काफी अच्छा प्रदर्शन करती रही है. 2019 में एनसीपी के कमलेश कुमार पासवान को जीत हासिल हुई थी. इससे पहले वह 2005 में भी इस सीट से विधायक बन चुके हैं.
Hussainabad Assembly Seat Profile: झारखंड में इसी साल के आखिरी तक विधानसभा चुनाव होने हैं. सभी दलों ने चुनाव के लिए कमर कस ली है और सत्तापक्ष-विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. चुनाव लड़ने के लिए सबके अपने-अपने दावे और मुद्दे हैं. दोनों गठबंधनों का दावा है कि इस बार प्रदेश में उनकी सरकार बन रही है. वहीं हुसैनाबाद विधानसभा सीट की बात की जाए, तो इस बार यहां कांटे की टक्कर है. यह सीट पलामू जिले में आती है. प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक-पौराणिक स्थलों से परिपूर्ण इस सीट पर मुख्य रूप से खेरवार, चेरो, उरांव, बिरजिया और बिरहोर जनजातियां रहती हैं.
पिछले तीन चुनाव पर नजर डालें तो यहां की राजनीति एनसीपी के कमलेश कुमार सिंह, राजद के संजय कुमार सिंह यादव और बसपा से भाजपा में आए कुशवाहा शिवपूजन मेहता के इर्द-गिर्द ही घूमती रही है. हालांकि, भाजपा को बीते तीन चुनावों में सफलता हासिल नहीं हो सकी है. पिछली बार यहां से एनसीपी के कमलेश कुमार सिंह ने 9,849 वोटों से शानदार जीत हासिल की थी. उन्होंने राजद के संजय कुमार सिंह यादव को हाराया था. कमलेश कुमार सिंह को 41,293 वोट मिले, जबकि संजय कुमार सिंह को 31,444 वोटों से संतोष करना पड़ा.
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वहीं 2014 में इस सीट से बहुजन समाज पार्टी के कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने 27,752 वोटों से प्रचंड जीत हासिल की थी. अगर इससे पहले की बात करें तो 2009 में संजय यादव ने 3,563 जीत हासिल करके विधायक बने थे. 2005 में भी एनसीपी के कमलेश पासवान जीते थे. इस बार इंडिया ब्लॉक के तहत यह सीट एनसीपी को दी जा सकती है. हालांकि, राजद इस सीट को छोड़ने के मूड में नहीं है. वहीं एनडीए में यह सीट आजसू के पास जा सकती है.