पलामू :  झारखंड का एकमात्र टाइगर रिजर्व लगभग 1144 स्क्वायर किलोमीटर में फैला हुआ है. यह रिजर्व न केवल बाघों और अन्य जंगली जानवरों की सुरक्षा के लिए काम करता है, बल्कि यहां के ग्रामीणों को रोजगार और अन्य सुविधाएं भी प्रदान करता है. हाल ही में पलामू टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बसे गांवों के बच्चों के लिए एक नई योजना चलाई जा रही है, जिसका नाम 'टाइगर किड योजना' है. आइए जानते हैं कि यह योजना क्या है और इससे बच्चों को कैसे लाभ मिल रहा है.


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टाइगर किड योजना के तहत 5 हजार का स्कॉलरशिप
पलामू टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर प्रजेश कांत जैना ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य बच्चों की शिक्षा को बढ़ावा देना और वाइल्ड लाइफ के प्रति जागरूकता बढ़ाना है. बच्चे भविष्य का आधार होते हैं और अगर उन्हें आज जंगल, नदी, पहाड़ के संरक्षण के बारे में सिखाया जाए तो वे भविष्य में ग्रीन एंबेसडर बन सकते हैं. टाइगर किड योजना के तहत बच्चों को एक किट के साथ 5 हजार रुपए का स्कॉलरशिप दिया जा रहा है, जिससे उनकी पढ़ाई में सहायता होगी.


एक गांव से दो बच्चों का चयन
टाइगर किड योजना के तहत हर गांव से एक मेधावी छात्र और एक छात्रा का चयन किया जाता है. यह चयन इको विकास समिति और ग्राम सभा के माध्यम से होता है, ताकि आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को भी यह अवसर मिल सके. चयनित बच्चों को एक किट और 5 हजार रुपए का स्कॉलरशिप दिया जाता है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन बच्चों को आगे बढ़ाना है जो आर्थिक तंगी के कारण अपनी पढ़ाई जारी नहीं रख पाते.


टाइगर किट में क्या मिलता है
टाइगर किड योजना के तहत बच्चों को एक विशेष किट दी जाती है. इस किट में एक बस्ता, पानी की बोतल, वाइल्ड लाइफ से संबंधित किताबें और एक सोलर लैंप शामिल होते हैं. सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की समस्या आम बात है, जिससे बच्चों को पढ़ाई में दिक्कत होती है. सोलर लैंप उनकी इस समस्या को दूर करने में मदद करेगा. इसके अलावा भविष्य में भी जरूरत पड़ने पर पलामू टाइगर रिजर्व द्वारा इन बच्चों की मदद की जाएगी.


योजना का महत्व
टाइगर किड योजना का मुख्य उद्देश्य बच्चों को शिक्षा और वाइल्ड लाइफ के प्रति जागरूक करना है. ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को शिक्षा की कमी के कारण भविष्य में बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. इस योजना से न केवल बच्चों की शिक्षा में सुधार होगा, बल्कि वे पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी जागरूक होंगे. इस योजना से बच्चों को एक सुरक्षित और स्थायी भविष्य की दिशा में बढ़ने का अवसर मिलेगा.


ग्रामीणों की भागीदारी
पलामू टाइगर रिजर्व द्वारा जन भागीदारी के तहत कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. रोजगार से लेकर अन्य आयामों में महिलाओं, पुरुषों और बच्चों को शामिल कर कार्य किया जा रहा है. टाइगर किड योजना भी इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इसके तहत सुदूरवर्ती गांवों के मेधावी बच्चों को चयनित कर उन्हें शिक्षा के साथ-साथ वाइल्ड लाइफ के प्रति जागरूक किया जा रहा है.


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