पटनाः बिहार में कॉमर्स विषय में शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा एसटीईटी परीक्षा ली जाएगी. माध्यमिक शिक्षा विभाग ने इसके लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को जरूरी निर्देश दिए हैं. दरअसल, सुबह में कक्षा नौ बजे से लेकर कक्षा 12 बजे तक के स्कूलों में कॉमर्स के शिक्षकों की भारी कमी है. लिहाजा इस कमी को दूर करने के लिए एसटीइटी परीक्षा ली जाएगी. शिक्षा विभाग ने इसके लिए कवायद शुरू कर दी है.


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एसटीईटी दूर करेगा कॉमर्स विषय की कमी
बिहार में सिर्फ साइंस और आर्ट्स के शिक्षकों की ही कमी नहीं है बल्कि कॉमर्स के शिक्षकों की कमी है. साइंस और आर्ट्स के मुकाबले कॉमर्स के शिक्षकों की भारी कमी अरसे से शिक्षा विभाग महसूस कर रहा है. लिहाजा कॉमर्स के लिए माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा यानि एसटीइटी का आयोजन होगा. बिहार में कॉमर्स के छात्र भी मानते हैं कि,कॉमर्स के शिक्षक नहीं है लिहाजा भर्ती की तत्काल जरूरत है.


बीएसइबी को दी जाएगी परीक्षा की जिम्मेदारी
बिहार में साल 2019 में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों को भरने के लिए निर्देश जारी कर दिए गए. लेकिन इससे कॉमर्स के शिक्षकों की कमी दूर नहीं हो सकी है. इसी के लिए अब शिक्षा विभाग एसटीइटी के आयोजन की तैयारी करा रहा है. जिम्मेदारी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसइबी) को दी जाएगी. फिलहाल विभाग हर जिलों से कॉमर्स के शिक्षकों की संख्या मंगाई जा रही है. एक बार जिलेवार रिपोर्ट आ जाएगी उसके बाद शिक्षा विभाग से बीएसइबी को हरी झंडी मिल जाएगी.
 
स्कूलों में कॉमर्स शिक्षकों का बना हुआ है अभाव
बता दें कि कॉमर्स के शिक्षकों की कमी का अंदाजा इसी चीज से लगाया जा सकता है कि, बीरचंद पटेल पथ पर स्थिति मिलर हाई स्कूल जैसे पुराने स्कूलों में अभी एक भी कॉमर्स के शिक्षक नहीं है. टीपीएस कॉलेज के प्रिंसिपल उपेंद्र प्रसाद सिंह और कॉलेज ऑफ कॉमर्स के प्रिंसिपल इंद्रजीत राय भी मानते हैं कि स्कूलों में कॉमर्स के शिक्षकों का अभाव है लिहाजा भर्ती होना जरूरी है.


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