Santan Prapti Ke Upay: गर्भ में संतान किसके भाग्य के अनुसार आती है? माता-पिता क्या सावधानी रखें? जानें यहां सबकुछ
Santan Prapti Ke Upay: स्वामी प्रेमानंद महाराज जी ने कहा कि भजन ही ऐसा एक कर्म है जिससे तुम अपने भी भाग्य को बदल सकते हो और उसके भी भाग्य को भी बदल सकते हो.
Santan Prapti Ke Upay: माता-पिता को संतान का सुख जीवन का सबसे बड़ा सुख होता है. इसके लिए शादीशुदा दंपत्ति बहुत ही प्रयास करते हैं. ताकि जीवन का सार यूं ही चलता रहे. हर परिवार चाहता है कि उनके घर के आंगन में बच्चे की किलकारी गूंजे. अपने बच्चों के बड़े होते, तरक्की करते देखें. इस बीच हम आज इस ऑर्टिकल में गर्भ में संतान किसके भाग्य के अनुसार आती है? माता-पिता क्या सावधानी रखें? और स्वामी प्रेमानंद महाराज जी क्या कहते हैं.