Bihar News: एयरफोर्स अधिकारी का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, गार्ड ऑफ ऑनर के साथ पंचतत्व में विलीन
Bihar News: मोकामा के हाथीदह थानाक्षेत्र का हाथीदह पंचायत उस वक्त गमगीन हो गया ज़ब एयरफोर्स अधिकारी राजीव कुमार धीरज का शव उनके पैतृक गांव महेंद्रपुर पहुंचा. शहीद राजीव कुमार धीरज कोलकाता के बैरकपुर एयरफोर्स बेस कैंप में वारंट ऑफिसर थे.
मोकामा: Bihar News: मोकामा के हाथीदह थानाक्षेत्र का हाथीदह पंचायत उस वक्त गमगीन हो गया ज़ब एयरफोर्स अधिकारी राजीव कुमार धीरज का शव उनके पैतृक गांव महेंद्रपुर पहुंचा. शहीद राजीव कुमार धीरज कोलकाता के बैरकपुर एयरफोर्स बेस कैंप में वारंट ऑफिसर थे. वो अग्नि वीरों को प्रशिक्षण देने वाले मास्टर ट्रेनर थे.6 अगस्त की शाम अग्नि वीरों को प्रशिक्षण देने के दौरान उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की. उन्हें तत्काल बेस कैंप स्थित चिकित्सा केंद्र ले जाया गया पर स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया.
हायर सेंटर बैरकपुर से काफी दूर था और उन्हें पहुंचने में काफी वक्त लगा. इस दौरान उनकी तकलीफ बढ़ती गई और ईलाज के क्रम में उन्होंने आख़री सांस ली. एयरफोर्स अधिकारियों ने घटना की सूचना हाथीदह के महेंद्रपुर में उनके परिजनों को दी. गांव से परिजन वहां पहुंचे और एयरफोर्स के प्रोटोकॉल के अनुसार उन्हें शव सौंपा गया. उनके पार्थिव शरीर के साथ दो अधिकारी भी आये. फिर पटना के बिहटा बेस कैंप को इसकी सूचना दी गई. जहां से गार्ड ऑफ ऑनर के लिये अधिकारीयों और जवानों की एक टीम मंगलवार की दोपहर महेंद्रपुर पहुंची.
लगातार हो रही बारिश के बीच उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई. इस दौरान शहीद राजीव अमर रहे और भारत की जय से ईलाका गूंजता रहा. दो किलोमीटर लम्बी यात्रा के बाद गंगा तट पर उन्हें गार्ड ऑफ़ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी गई. राजीव कुमार धीरज अपने पीछे माता पिता, दो छोटे भाई, दो बेटी व एक बेटा छोड़ गए हैं. उनकी बड़ी बेटी की शादी भी वे तय कर चुके थे पर नियति कों शायद कुछ और ही मंजूर था. लगातार हो रही बारिश के बीच ही उन्हें मुखा अग्नि व फायरिंग कर अंतिम सलामी दी गई और वे पंचतत्व में विलीन हो गए. शहीद राजीव कुमार धीरज मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह व वर्तमान विधायक नीलम देवी के करीबी रिश्तेदार हैं. उन्हें श्रद्धांजलि देने नीलम देवी भी पहुंची.
इनपुट- सुनील कुमार
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