पटना: बिहार सरकार द्वारा HMPV (ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस) वायरस को लेकर अलर्ट जारी होने के बाद स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त किया जा रहा है. फारबिसगंज अनुमंडलीय अस्पताल में इस संक्रमण के संभावित मामलों के इलाज के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. अस्पताल ने 3 बेड का स्पेशल वार्ड तैयार किया है, जिसे जरूरत पड़ने पर और बढ़ाया जाएगा. अस्पताल प्रशासन ने लोगों को वायरस से बचाव के उपायों के प्रति जागरूक करने के लिए माइकिंग शुरू कर दी है. अस्पताल में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों से मास्क पहनने और हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से धोने की अपील की जा रही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

HMPV वायरस के लक्षण और बचाव
HMPV वायरस से संक्रमित व्यक्ति को निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं:
सर्दी-जुकाम
बुखार
नाक में इन्फेक्शन
गले में खराश
सांस लेने में तकलीफ


डॉक्टरों ने बताया कि इस वायरस से बचने के लिए कुछ जरूरी सावधानियां बरतनी चाहिए. अपने हाथों को साबुन और पानी से बार-बार धोएं. गंदे हाथों से अपनी आंख, नाक, और मुंह को न छुएं. साथ ही संक्रमित व्यक्ति से उचित दूरी बनाकर रखें.


जागरूकता और उपाय
फारबिसगंज अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी नियमित रूप से लोगों को वायरस से बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी दे रहे हैं. अस्पताल के प्रभारी ने बताया कि माइकिंग के जरिए लोगों को सतर्क किया जा रहा है और जागरूकता बढ़ाने के लिए मास्क पहनने की सख्त हिदायत दी गई है. साथ ही अस्पताल में HMPV वायरस के संभावित प्रसार को रोकने के लिए अन्य व्यवस्थाएं भी की जा रही हैं. अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि यदि किसी व्यक्ति को बुखार, सांस लेने में कठिनाई या अन्य लक्षण महसूस हो, तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें.


प्रशासन की तैयारी
HMPV वायरस को लेकर जारी इस अलर्ट के बाद फारबिसगंज अनुमंडलीय अस्पताल में सतर्कता बढ़ा दी गई है. अस्पताल में डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है. संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त दवाएं और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं.


इनपुट -  नितेश कुमार


ये भी पढ़िए-  चीनी वायरस HMPV को लेकर बिहार में अलर्ट, कोरोना की तर्ज पर तैयारी के निर्देश