पटना: 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की बैठक के बाद अगली बैठक शिमला में होने वाली थी, लेकिन इसमें अब बदलाव किया गया है. अब विपक्षी दलों की अगली बैठक शिमला की जगह बेंगलुरू में होगी, शरद पवार ने इस बात का ऐलान किया है. मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा है कि विपक्षी दलों की अगली बैठक अब 13 और 14 जुलाई को बेंगलुरु में होगी. अब इस मामले पर राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया सामने आई है. 


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इसको लेकर बीजेपी प्रवक्ता विनोद शर्मा ने कहा कि विपक्षी पार्टियां काफी भ्रम की स्थिति में है. सभी विपक्षी दल आपसी खींचातानी में फंसे हुए हैं. अभी तक जो परिदृश्य नजर आ रहे हैं उससे तो यही लगता है. केजरीवाल का मामला हो या ममता का मामला, सब लोग कांग्रेस पर लगातार अटैक कर रहे हैं. कांग्रेस को बीजेपी का एजेंट बता रहे हैं तो निश्चित रूप से ये संशय पैदा करता है कि एक मंच पर यह साथ कैसे रह सकते हैं और आने वाले दिनों में देखेंगे कि इनके बीच तेजी से बिखराव बढ़ेगा. 


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वहीं इसको लेकर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि विपक्षी दलों की बैठक का स्थान में बदलाव होने से ये प्रश्न नहीं उठना चाहिए कि विपक्षी दलों में सब कुछ ठीक नहीं है, विपक्षी दलों ने एकजुटता का जो मिसाल कायम किया 23 जून को पटना में सब ने देखा. सारी पार्टियों के नेता आए सब लोगों ने इस बात पर सहमति जताई हम लोग एकमत हैं और इस पर सहमति बन गई कि हम लोग एकजुट होकर 2024 में लड़ाई लड़ेंगे. 


वहीं कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि पटना के बैठक में तय हो गया था अगली बैठक जल्दी ही हम लोग करेंगे. अब समय और जगह का निर्धारण हो गया है. जो फैसले होने बाकी थे वह होंगे. गठबंधन का नामकरण भी करना है उसका क्या स्वरूप और आकार होगा गठबंधन का उसे भी तय करना है. अन्य रणनीतिक तैयारियां है उसे मूर्त रूप देने के लिए बेंगलुरु में बैठेंगे.


वहीं जेडीयू मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि बैठक होगी ना स्थान वास्तु शास्त्र से थोड़े कर रहे हैं, अमित शाह और नरेंद्र मोदी का राजनीतिक रक्तचाप बढ़ता रहे और बिहार भाजपा के नेता की पगड़ी हिलती रहे. बैठक भी होगी और सफलता भी मिलेगी. 


रिपोर्ट:शिवम