Patna: ऐसे समय में जब बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन के नेता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के शुक्रवार को सीमांचल के दौरे के बाद उन पर निशाना साध रहे हैं, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और पार्टी के ओबीसी विंग के राष्ट्रीय महासचिव निखिल आनंद ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए शाह की सराहना की.


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निखिल आनंद ने कहा कि अमित शाह के सीमांचल दौरे के बाद महागठबंधन के कई नेताओं को सिरदर्द और पेट में दर्द हो रहा है. पूर्णिया में उनकी रैली के लिए जिस तरह से लोगों की भीड़ उमड़ी, उसे देखकर महागठबंधन के नेता अमित शाह की लोकप्रियता से असहज महसूस कर रहे हैं.


राजद के ललन सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, जिन्होंने कहा था कि जब वह 1974 में जेपी आंदोलन में शामिल थे, तब अमित शाह सिर्फ 10 साल के थे, आनंद ने कहा: "अमित शाह देश के युवा पीढ़ी के नेता हैं और उनकी प्रसिद्धि तब से है जब से उन्होंने जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए को हटा दिया और जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन राज्य को विशेष दर्जा दिलवाया था.


अमित शाह ने किया 5 चौकियों का उद्घाटन 


इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को बिहार के किशनगंज में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) शिविर का दौरा किया और सीमा सुरक्षा बल की 5 चौकियों का उद्घाटन किया. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "दिल्ली में, हमने सोचा था कि बिहार के सीमावर्ती इलाकों में एसएसबी जवानों की ड्यूटी आसान है क्योंकि हमारे पड़ोसी देशों नेपाल और भूटान दोनों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध हैं. लेकिन जब मैं सीमाओं पर आया, तो मैं उन चुनौतियों को समझ गया, जिन पर आप सभी का सामना करना पड़ता है." गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार और झारखंड के माओवाद प्रभावित जिलों में एसएसबी के प्रयासों की भी सराहना की.


(इनपुट: आईएएनएस)