Koderma: पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के दूसरे कार्यकाल में पहली बार मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ. इस बार मंत्रीमंडल विस्तार में मोदी मंत्रिमंडल में कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी को भी जगह मिली है. कभी लालू प्रसाद (Lalu Yadav) यादव के काफी करीब रही अन्नपूर्णा देवी (Annapurna Devi Yadav) ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में आरजेडी (RJD) को छोड़ बीजेपी (BJP) में शामिल होकर सभी को चौंका दिया था.


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लोकसभा चुनाव जीतने के बाद से सांसद अन्नपूर्णा देवी का कद बीजेपी में लगातार बढ़ता रहा. चुनाव जीतने के बाद पहले उन्हें बीजेपी का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया, इसके बाद राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और हरियाणा का सह प्रभारी भी बनाया गया. सांसद अन्नपूर्णा का विवाह रमेश प्रसाद यादव से हुआ था. रमेश प्रसाद यादव वर्ष 1998 में अविभाजित बिहार के मंत्री रह चुके थे. लेकिन पति के निधन के बाद वर्ष 1999 में अन्नपूर्णा देवी ने विधानसभा का उप चुनाव लड़ा और पहली बार विधायक बनीं. 


इसके बाद एक साल बाद ही हुए विधानसभा चुनाव में अन्नपूर्णा ने जीत दर्ज की दूसरी बार जीतने के बाद अविभाजित बिहार सरकार में वह मंत्री बनी. 15 नवंबर 2000 को अलग झारखंड राज्य बनने के बाद अन्नपूर्णा ने 2005 और 2009 में हुए विधानसभा चुनाव में जीती. 2013 में हेमंत (Hemant Soren) सरकार में जस संसाधन मंत्री बनी. 


हालांकि, इसके बाद ही हुए उन्हें विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा. कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी वर्ष 2019 में आरजेडी छोड़ बीजेपी का दामन थामा था और इस आम चुनाव में झारखंड विकास मोर्चा  के प्रत्याशी सह वर्तमान में  बीजेपी विधानमंडल के नेता बाबूलाल मरांडी को करीब साढ़ 4.5 लाख वोट से हराकर सांसद बनी. सांसद के रूप में अन्नपूर्णा देवी का पहला कार्यकाल है. इससे पहले अन्नपूर्णा देवी  4 बार विधायक भी रह चुकी हैं. अन्नपूर्णा देवी ने झारखंड में मंत्री भी बन चुकी है.