Navratri: जय माता दी के घोष से गूंजा आरण्या देवी मंदिर, नवरात्र की सप्तमी पर उमड़ी भीड़
दुर्गा पूजा को लेकर मंदिर के चारों तरफ जिला प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए हैं, ताकि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं घटे. वहीं आरती के समय मंदिर के चारों तरफ लोग खड़े होकर माता की पूजन-अर्चन में लगे हुए हैं. चारों तरफ भक्तिमय माहौल को देखकर दृश्य काफी मनोरम लग रहा है
भोजपुर: Navratri Aarnya Devi Mandir:भोजपुर जिले के आरा में शक्तिपीठ मां आरण्या देवी का मंदिर आज दुर्गा पूजा के सप्तमी के दिन हर कोने में जय माता दी के नारे से गूंजायमान है. सप्तमी पूजन उत्सव को लेकर माता रानी के दरबार में आज सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है. दूर दूर से आए लोग माता रानी के दर्शन कर रहे हैं और सभी जगह जय माता दी के नारे लग रहे हैं. मां आरण्य देवी आरा शहर के बीचो-बीच स्थित है और इनके मंदिर में आज लाखों लोगों का तांता लगा हुआ है.
दूर-दराज से लोग पहुंचते हैं मां के दर्शन करने
दुर्गा पूजा को लेकर मंदिर के चारों तरफ जिला प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए हैं, ताकि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं घटे. वहीं आरती के समय मंदिर के चारों तरफ लोग खड़े होकर माता की पूजन-अर्चन में लगे हुए हैं. चारों तरफ भक्तिमय माहौल को देखकर दृश्य काफी मनोरम लग रहा है. जबकि इस दरबार में आने वाले हर लोग माता के दर्शन को व्याकुल दिखाई दे रहे हैं. दुर्गा पूजा के आज सप्तमी के दिन इस मंदिर का दृश्य है. कुछ अलग दिख रहा है शक्तिपीठ मां अरण्य देवी के नाम से ही लोगों में एक आस्था जग जाती है. तभी तो दूर-दराज से लोग भी माता के दर्शन के लिए आरा नगरी पहुंचते हैं.
रामायण-महाभारत से जुड़ा है इतिहास
ताड़का वध के बाद भगवान राम अपने गुरु विश्वामित्र और छोटे भाई लक्ष्मण के साथ बक्सर से सीता स्वयंवर के लिए मिथिला जा रहे थे. आरा से गुजरते समय उन्होंने इस मंदिर में पूजा अर्चना की थी. एक अन्य मान्यता के अनुसार, वनवास के दौरान पांडव ने भी यहां देवी की पूजा-अर्चना की. यहीं पर देवी ने प्रकट होकर उन्हें वरदान भी दिया था. मां की शक्ति चारों तरफ फैली है. मां के दरबार से कभी कोई खाली नहीं जाता है. नवरात्रि के समय देश के कई इलाकों से यहां काफी संख्या में भक्त दर्शन को आते हैं और अपनी मनोकामना पूरी होने पर माता का श्रृंगार भी करवाते हैं.
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