पटना: पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के कार्यकारी निदेशक डॉ. जी. के. पाल ने कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) मॉडल स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में क्रांति लाएगा और समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाएगा.


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पटना एम्स में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कार्यशाला को संबोधित करते हुए यह भी बताया कि हमारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विंग उपस्थित लोगों को तेजी से विकसित हो रहे एआई परिदृश्य को नेविगेट करने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करने के लिए डिज़ाइन करेगा. इस कार्यशाला का आयोजन संस्थान के कार्यकारी निदेशक डॉ. पाल के मार्गदर्शन में किया गया.


कार्यशाला में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के ई-हेल्थ अनुभाग की 3 सदस्य नकुल जैन, प्राणकुल गोयल एवं डॉ. मलाई शाह डीन डॉ. यू. के. भदानी, डॉ. प्रशांत कुमार सिंह, डॉ. असीम सरफराज शामिल रहे. इस कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को विभिन्न विभागों में एआई की प्रगति और उसके प्रयोग के बारे में बताना था.


कार्यक्रम में दिल्ली से आए विशेषज्ञों ने नवीनतम रुझानों के साथ-साथ एआई के वास्तविक जीवन में उपयोग के मामलों का प्रदर्शन किया. सत्र में मशीन लर्निंग, प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण, कंप्यूटर विज़न, रोबोटिक्स और एआई को देश में सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए संस्थान में काम करने की गुंजाइश सहित कई विषयों पर चर्चा की गई. डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि एम्स पटना समान विचारधारा वाले पेशेवरों के साथ मूल्यवान नेटवर्किंग के अवसर भी प्रदान करेगा.


इनपुट- आईएएनएस


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