Lal Kitab Remedies: ज्योतिष में लाल किताब का काफी महत्व बताया गया है. इस किताब में लोगों के लिए बहुत ही आसान उपाय बताए गए हैं जिसके प्रयोग से व्यक्ति कुंडली में मौजूद ग्रह दोषों को आसानी से दूर कर सकता है. इनका पालन कर व्यक्ति अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर सकता है. हालांकि, लाल किताब को लेकर बहुत सारे भ्रम भी हैं. कुछ इसे अरब का ज्योतिष मानते हैं तो कुछ इसे हिमाचल की प्राचीन विद्या. कुछ विद्वानों का मानना है कि लाल किताब तो महज उपायों की किताब है. 


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बहुत से लोग लाल किताब को अरुण संहिता भी मानते हैं. उनके अनुसार अरुण संहिता के आधार पर ही रावण ने रावण संहिता लिखी थी. कहते हैं कि लाल किताब की विद्या हिमालय के सुदूर इलाके तक फैली थी. बाद में इसका प्रचलन पंजाब से अफगानिस्तान के इलाके तक फैल गया. इस विद्या के जानकार लोगों ने इसे पीढ़ी दर पीढ़ी सम्भाल कर रखा था. कहा जाता है कि 1939 में जालंधर निवासी पंडित रूपचंद जोशी ने पहली बार लाल किताब नामक ग्रंथ लिखा था. उस समय इस किताब के कुल 383 पृष्ठ थे. उस समय जालंधर में उर्दू भाषा का प्रयोग होता था इसलिए उन्होंने इसे उर्दू भाषा में लिखा था. 


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कुछ लोगों का कहना है कि उर्दू भाषा में लिखे होने के कारण इसे अरब की विद्या मान लिया गया जबकि ऐसा नहीं था. लाल किताब में व्यक्ति के जीवन जीने से जुड़ी जानकारियां लिखी हुई हैं. लाल किताब के अनुसार यदि आपने अपने कर्म सही रखें तो आपको ज्योतिष के किसी उपाय या किसी भी तरह की पूजा-पाठ करने की जरूरत नहीं होगी. लाल किताब के अनुसार, व्यक्ति को झूठ नहीं बोलना चाहिए, नहीं तो उसका पतन हो जाता है. 


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लाल किताब में पारिवारिक, आर्थिक,स्वास्थ्य,कार्य क्षेत्र, व्यापार, शादी, प्रेम और शिक्षा के क्षेत्र में आने वाली समस्याओं के उपाय हैं. लाल किताब के मुताबिक, अगर आप किसी तरह की आर्थिक तंगी में हैं तो आप 21 शुक्रवार तक 9 वर्ष आयु तक की पांच कन्याओं को खीर और मिश्री का प्रसाद खिलाएं. आपकी सारी परेशानी जल्द दूर हो जाएगी. इसी तरह से अगर आपके करियर या व्यापार में किसी तरह की बाधा आ रही हो कुत्ते को रोटी खिलाना उत्तम रहता है. इसके अलावा अपनी दुकान या ऑफिस के मुख्य दरवाजे के बाहर थोड़ा सा आटा रखना भी लाभकारी रहता है.


(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bihar Jharkhand इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें...)