Metal Bracelet: ज्योतिष शास्त्र में धातुओं का खास महत्व बताया गया है, क्योंकि धातुएं ऊर्जा के मजबूत स्रोत मानी जाती हैं. धातुओं का धारण करना जीवन में सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, लेकिन इसे पहनते समय अपनी राशि और ग्रहों का ध्यान रखना जरूरी है. ज्योतिष के अनुसार हर धातु का संबंध किसी न किसी ग्रह से होता है और यदि सही धातु पहनी जाए तो भाग्य और जीवन में सुधार हो सकता है. हालांकि, गलत धातु पहनने से नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकते हैं.


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आचार्य मदन मोहन के अनुसार हर ग्रह से जुड़ी एक विशेष धातु होती है. जैसे चंद्रमा और शुक्र से चांदी जुड़ी है, वहीं मंगल और सूर्य से तांबा जुड़ा हुआ है. शनिदेव से लोहा और गुरु से सोना जुड़ा है. इन ग्रहों के प्रभाव को ध्यान में रखकर धातु का चयन करना चाहिए. साथ ही सोना पहनना भाग्य को बढ़ाने वाला माना गया है. सोने का कंगन पहनने से जीवन में खुशहाली आती है और सकारात्मक ऊर्जा का आकर्षण बढ़ता है. यह रक्षात्मक गुणों को भी बढ़ाता है और बीमारियों और ग्रह दोषों से राहत दिलाने में मदद करता है. इसलिए, सोने का कंगन धारण करना शुभ माना जाता है.


इसके अलावा बता दें कि चांदी के आभूषण खासकर कंगन, शरीर के तापमान को नियंत्रित रखते हैं और शरीर की ऊर्जा को बनाए रखते हैं. यह त्वचा रोगों के इलाज में भी मददगार होते हैं और मन की शांति के लिए उत्तम माने जाते हैं. चांदी को भगवान शिव की आंख से बनी धातु माना जाता है, इसलिए इसे समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है. तांबे का कंगन भी शरीर और मन पर सकारात्मक प्रभाव डालता है. यह मन की शुद्धता बनाए रखता है और मानसिक शांति प्रदान करता है. इसके अलावा तांबा शरीर के रक्त संचार को बेहतर करता है और बीमारियों से भी रक्षा करता है. तांबे का कंगन शुक्र दोष से मुक्ति दिलाने में सहायक माना जाता है और आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है.


साथ ही इसलिए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार धातु धारण करने से पहले अपनी राशि और ग्रहों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. सही धातु आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती है, जबकि गलत धातु से नकारात्मक परिणाम हो सकते हैं.


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