सीएम नीतीश कुमार के काफिले पर हमला, पथराव में टूटे चार गाड़ियों के शीशे
Attack on CM Nitish Kumar carcade: सामने आया है कि पटना सिटी के गौरीचक थाना क्षेत्र से 14 दिनों से गायब हुए युवक का संदिग्ध अवस्था में शव मिलने के बाद परिजन प्रशासन के प्रति आक्रोश जता रहे थे. आक्रोशित परिजनों ने `सोहगी मोड़` के पास सड़क पर आगजनी कर मुख्य मार्ग जाम कर दिया.
पटनाः सीएम नीतीश की सुरक्षा में एक बार फिर चूक की खबर सामने आ रही है. हालांकि इस बार सीधे सीएम नीतीश इससे प्रभावित नहीं हुए हैं, लेकिन उनके काफिले पर पथराव हुआ है. सामने आई जानकारी के मुताबिक, गौरीचक थाना के सोहगी गांव के पास सीएम के काफिल पर पथराव की घटना हुई है. सोहगी गांव के पास ही लोगों ने सीएम के काफिले पर पथराव किया. बताया जा रहा है कि इस काफिले में केवल सुरक्षाकर्मी ही मौजूद थे. बताया जा रहा है कि सोमवार को नीतीश कुमार गया जाने वाले हैं. वे गया में सूखे की स्थिति पर बैठक के साथ साथ वहां बन रहे रबर डैम का निरीक्षण करने वाले हैं. वैसे सीएम नीतीश कुमार हैलीकॉप्टर से गया जाएंगे, लेकिन उनके हेलीपैड से दूसरे स्थानों पर जाने के लिए कारकेड को पटना से गया भेजा गया.
काफिले में थे केवल सुरक्षाकर्मी
जानकारी के मुताबिक, सीएम का काफिला सोहगी गांव में हो रहे एक विरोध-प्रदर्शन के चपेट में आ गया. यहां एक युवक 14 दिन से लापता था, जिसका शव बेऊर में बरामद हुआ. इसी मामले में मृतक के परिजन व ग्रामीण गौरीचक के सोहगी मोड़ के पास सड़क जाम कर हंगामा कर रहे थे. इसी दौरान सीएम का काफिला यहां से गुजर रहा था. हालांकि काफिले में केवल सुरक्षाकर्मी थे. इस काफिले को देखकर ग्रामीण उग्र हो गए और पथराव करने लगे. इस घटना में 4 गाड़ियों के शीशे टूट गये.
14 दिन से गायब था युवक
सामने आया है कि पटना सिटी के गौरीचक थाना क्षेत्र से 14 दिनों से गायब हुए युवक का संदिग्ध अवस्था में शव मिलने के बाद परिजन प्रशासन के प्रति आक्रोश जता रहे थे. आक्रोशित परिजनों ने "सोहगी मोड़" के पास सड़क पर आगजनी कर मुख्य मार्ग जाम कर दिया. परिजन सड़क पर युवक का शव रख कर हंगामा कर रहे हत्यारे की गिरफ्तारी और मुआवजे की मांग कर रहे थे. उसी प्रदर्शन के दौरान आक्रोशित परिजनों ने सड़क मार्ग से गुजर रहे काफिले पर हमला बोल दिया.
सोहगी गांव से आ रहा था सीएम का काफिला
बताया जा रहा है की मुख्य मंत्री के प्रोग्राम में गया हुआ काफिला प्रोग्राम खत्म होने के बाद उस रास्ते से लौट रहा था. इसी दौरान आक्रोशित परिजनों ने काफिले पर हमला कर दिया. परिजनों का कहना है की मृतक सन्नी को उसके चार दोस्त घर से बुला कर ले गए थे. उसके बाद से सन्नी घर वापस नहीं लौटा था. पुलिस प्रशासन से सन्नी के गायब होने पर उसके दोस्तो के खिलाफ आवेदन दिया था पर पुलिस कोई करवाई नही की और 14 दिन बीत जाने के बाद फुलवारी शरीफ इलाके पैन के पास से संदिग्ध अवस्था में सन्नी का शव को बरामद किया गया है. परिजनों ने गौरीचक थाना की पुलिस पर हत्यारे से सांठ गांठ का आरोप लगाया है.