Gopalganj News: भोजपुरी सिंगर प्रियंका सिंह इन दिनों काफी चर्चा में हैं. हाल ही में उन्हें बिहार के गोपालगंज जिले में सार्वजनिक तौर पर अपमान करना का सामना करना पड़ा था. यहां आयोजित थावे महोत्सव के दौरान स्टेज परफॉर्मेंश के दौरान उनके साथ हुई बदतमीजी का वीडियो सोशल मीडिया पर अभी भी वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया पर लोग इसकी काफी निंदा कर रहे हैं. वहीं गोपालगंज का प्रशासन का कुछ और ही कहना है. वह इस घटना के लिए सिंगर को ही दोषी ठहरा रहा है. 


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गोपालगंज के जिला प्रशासन ने अब प्रियंका सिंह को ब्लैक लिस्ट करने की तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए प्रशासन ने सरकार को एक पत्र भी लिखा है. सिंगर को ब्लैक लिस्ट करने के लिए बिहार सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा मंत्रालय को पत्र लिखा गया है. इसके माध्यम से प्रियंका की मंत्रालय से संबद्धता समाप्त करने की अनुशंसा की गई है.


'कार्यक्रम रोकना जरूरी था'


पत्र में जिला प्रशासन ने लिखा कि भोजपुरी गायिका प्रियंका सिंह लगभग 7-8 गाने गा चुकी थीं. इसी दौरान प्रशासन को कुछ संवेदनशील सूचनाएं प्राप्त हुईं, जिसके चलते कार्यक्रम को वहीं पर रोकना जरूरी हो गया था. कार्यक्रम रोकने के लिए सीनियर पदाधिकारियों ने मंच पर जाकर सिंगर से कार्यक्रम स्थगित करने का अनुरोध किया लेकिन प्रियंका सिंह ने उसे अनसुना कर अपना कार्यक्रम जारी रखा.


प्रियंका ने नहीं माना था अनुरोध


जिला प्रशासन ने कहा कि सिंगर से कई बार कार्यक्रम को स्थगित करने का अनुरोध किया गया था लेकिन उन्होंने एक बार भी नहीं सुना. प्रशासन ने कहा कि मजबूरी में उनसे माइक लेना पड़ा था. जिसके बाद वह अधिकारियों पर अपना गुस्सा निकालते हुए मंच छोड़कर अपने ग्रीन रूम में चली गई थीं. इस दौरान उन्होंने अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया था. 


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'अधूरा फुटेज वायरल किया गया'


प्रशासन का कहना है कि उपरोक्त सभी घटनाक्रम में से आधा-अधूरा फुटेज लेकर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कराकर लोगों को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं वायरल वीडियो में उनके हाथ से जबरन माइक छीनकर उन्हें गाने से रोका जाता है. जिस पर वह रोते हुए दिखाई देती हैं.